अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर धर्म नगरी चित्रकूट को गौरवान्वित करेगा हिन्दू एकता महाकुम्भ : आचार्य रामचंद्र दास
हिन्दू एकता महाकुम्भ में ऐतिहासिक भीड़ जुटाने और उनमें सर्वाधिक युवा-युवतियों की भागेदारी सुनिश्चित करने के लिये महाकुम्भ के..
- विशाल कलश यात्रा के साथ होगा हिन्दू एकता महाकुम्भ का आगाज
हिन्दू एकता महाकुम्भ में ऐतिहासिक भीड़ जुटाने और उनमें सर्वाधिक युवा-युवतियों की भागेदारी सुनिश्चित करने के लिये महाकुम्भ के संयोजक तुलसीपीठ के उत्तराधिकारी आचार्य रामचन्द्र दास स्वयं विद्यालयों में जाकर शिक्षक-शिक्षिकाओं के अलावा छात्र-छात्राओं से भी भागेदारी कर हिन्दू एकता के लिये संकल्प लेने का आहवान किया है।
यह भी पढ़ें - हिन्दू एकता महाकुंभ में देश की धार्मिक राजधानी घोषित होगी राम की संकल्प भूमि चित्रकूट
महाराज के आमंत्रण को छात्र-छात्राओं ने हाथ उठाकर सहमति दी तो शिक्षक-शिक्षिकायें भी सपरिवार महाकुम्भ में शिरकत करने की हामी भर ली है। सुखद बात तो यह है कि महाकुम्भ की भीड भाड़ को देखते हुये 15 दिसम्बर को प्रशासन ने सभी विद्यालयों में पठन-पाठन स्थगित कर छात्र-छात्राओं की भागेदारी के लिये स्कूलों में छुट्टी भी कर दी है।
सोमवार को तुलसीपीठ के युवराज आचार्य रामचंद्र दास ने कहा कि पूज्य गुरूदेव स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने देश की एकता और अखण्डता को मजबूती प्रदान करने के लिये देश भर के विभिन्न पंथों के धर्माचार्यों को एक मंच पर लाने का काम कर रहें हैं जिसमें हम सभी को भी बढ-चढकर हिस्सा लेना चाहिये ।
यह भी पढ़ें - हिन्दू एकता महाकुंभ - 5 लाख हिंदू, राजनीति और बॉलीवुड से जुड़ी यह हस्तियां करेंगी शिरकत
आज के युग में विधर्मी लोगों द्वारा भोले भाले हिन्दू आदिवासी भाईयों का धर्मन्तरण कराया जा रहा है। अबोध बालक-बालिकाओं को पाश्चात शिक्षा के नाम पर हिन्दू संस्कृति एवं संस्कार से दूर किया जा रहा है। हमारे मठ मंदिरों का अधिगृहण करके उनकी सम्पत्ति हड़पी जा रही है । हमारी मां स्वरूप गौमातायें प्रतिदिन काटी जा रही हैं इस समय हिन्दुओं की बेटी और चोटी व रोटी पर गम्भीर संकट आ गया है।
हिन्दू जनसंख्या अनुपात को असंतुलित किया जा रहा है । इसलिये इस महाकुम्भ के आयोजन का संकल्प जगद्गुरू रामभद्राचार्य ने लिया है इसे हम लोगों को हर हाल में ऐतिहासिक रूप से सफल बनाना है और ये तभी सफल होगा जब हम सब लोग युवा वर्ग महाकुम्भ में शामिल हांेंगे। इस अवसर पर उन्होंने प्रधानाचार्य डा0 रणवीर सिंह चौहान के हिन्दुत्ववादी विचारधारा को सराहा और कहा कि महाकुम्भ के आयोजन में इनकी सराहनीय भूमिका है । अन्त में प्रधानाचार्य ने आचार्य रामचन्द्र दास जी का आभार जताया ।
यह भी पढ़ें - हिंदू एकता महाकुंभ की तैयारी को प्रशासन ने कमर कसी, डीएम ने दिया यह आदेश
हि.स