तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार पिता और पुत्रों को रौंदा, तीनाें की हुई मौत
शहर में धनतेरस की रात भारी वाहनों की इन्ट्री होते ही तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार पीडब्ल्यूडी कर्मी और उसके...
शहर में बड़ा हादसा होने के बाद यातायात पुलिस पर उठे सवाल
हमीरपुर। शहर में धनतेरस की रात भारी वाहनों की इन्ट्री होते ही तेज रफ्तार डंपर ने बाइक सवार पीडब्ल्यूडी कर्मी और उसके दो पुत्रों को रौंद डाला। हादसे में तीनों की मौत हो गई। बुधवार को पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह भी पढ़े : IAS डॉ. हीरा लाल महाराष्ट्र चुनाव के ऑब्जर्वर नियुक्त
पीडब्ल्यूडी में जयप्रकाश सविता (46) वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे। धनतेरस में खरीदारी के लिए मंगलवार की रात को वे अपने पुत्र आयुष (13), अर्थव (10) को बाइक में बैठाकर बाजार जा रहे थे। जैसे ही बाइक सवार तीनों पीडब्ल्यूडी दफ्तर के गेट से बाहर निकलकर हमीरपुर-कालपी राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे पहुंचे, तभी पीछे से आ रहे तेज रफ्तार डंपर तीनों को रौंदते हुए आगे निकल गया। सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पिता और पुत्रों को आनन-फानन सदर अस्पताल की इमरजेंसी ले जाया गया, जहां दोनों मासूम बच्चों को डाॅक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया। हालत गंभीर होने पर पिता को कानपुर रेफर कर दिया गया। थोड़ी ही देर में उन्होंने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया। हादसे में तीन लोगों की मौत से प्रशासन भी सकते में आ गया। एडीएम फाइनेंस विजय शंकर तिवारी, एएसपी मनोज कुमार गुप्ता, एसडीएम सदर पीपी पाठक व सीओ सदर राजेश कमल मौके पर पहुंचे। एएसपी ने बताया कि हादसे में पिता और पुत्रों समेत तीन की मौत हो गई है। डंपर को कब्जे में ले लिया गया है।
यह भी पढ़े : उप्र : युवक ने दरोगा पर लगाया पत्नी से नजदीकी बढ़ाने का आरोप, एसीपी करेंगे जांच
हादसा होने के बाद यातायात पुलिस पर उठे सवाल
धनतेरस और दीपावली जैसे बड़े त्योहार को लेकर यातायात पुलिस पर भी अब सवाल खड़े हो गए हैं। करीब पांच किमी. के दायरे में बसे हमीरपुर शहर में धनतेरस की बाजार सजती है। दुकानदार सड़क किनारे दुकानें भी सजाकर हादसे की बड़ी वजह बनते हैं, बावजूद यातायात पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाए। यदि त्योहार के मद्देनजर भारी वाहनों की नो इन्ट्री रहती तो शायद इतना बड़ा हादसा शहर के अंदर न होता।
हिन्दुस्थान समाचार