छात्र नेताओं ने महामहिम राज्यपाल को रक्त से लिखा पत्र भेजा, सीट बढ़ाने की मांग को लेकर जारी आंदोलन

छात्राओं और छात्र नेताओं द्वारा सीट बढ़ाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को आज एक नया मोड़ मिला...

छात्र नेताओं ने महामहिम राज्यपाल को रक्त से लिखा पत्र भेजा, सीट बढ़ाने की मांग को लेकर जारी आंदोलन

बाँदा। छात्राओं और छात्र नेताओं द्वारा सीट बढ़ाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को आज एक नया मोड़ मिला। छात्र नेताओं ने राज्यपाल महोदया और बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति को अपने रक्त से लिखा हुआ पत्र भेजा। यह पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया, जिसमें उनकी प्रमुख मांगों में से सीटें बढ़ाने की अपील की गई है।

आंदोलन की पृष्ठभूमि

छात्र नेता लगातार सीटें बढ़ाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन, कुलपति और जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस जानकारी या कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके विपरीत, जब छात्र जानकारी लेने महाविद्यालय आते हैं, तो उन्हें पुलिस बुलाकर डराया जाता है और उनके भविष्य को खराब करने की धमकी दी जाती है।

महाविद्यालय प्रशासन छात्रों को झूठे आश्वासन देकर धरने से उठाने का प्रयास कर रहा है, जिससे छात्रों में भारी आक्रोश व्याप्त है। पंडित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय, बांदा में सीट बढ़ोतरी के सभी मानक पूरे हैं और शिक्षकों की भी पूर्ति हो चुकी है, लेकिन कुलपति की मनमानी के चलते अब तक सीटें नहीं बढ़ाई गईं।

रक्त से लिखे पत्र की घटना

इस आंदोलन को तेज करने के लिए छात्र नेताओं ने आज अपने रक्त से पत्र लिखा और जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर कुलपति, राज्यपाल, अपर जिलाधिकारी और प्राचार्य को यह पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया। रक्त से पत्र लिखने वालों में प्रमुख रूप से लव सिन्हा, सुधांशु चौहान, दीपक गुप्ता, उदय प्रताप सिंह, बाबू राम निषाद, योगेंद्र पाल, भूपेंद्र निषाद, रचित गोसौमी और अभिषेक तिवारी शामिल थे।

छात्र नेताओं का बयान

छात्र नेता लव सिन्हा ने कहा कि प्राचार्य और कुलपति आपस में मिलीभगत कर छात्रों को गुमराह कर रहे हैं, ताकि समय निकल जाए और छात्र शिक्षा से वंचित रह जाएं। उन्होंने साफ किया कि वे छात्रों के हक के लिए लड़ते रहेंगे और सीट बढ़ाने के लिए हर मुमकिन कोशिश करेंगे।

छात्र नेता उदय प्रताप सिंह ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन सीटें नहीं बढ़ाता है, तो छात्र नेता आमरण अनशन पर बैठने के लिए मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि आंदोलन के दौरान किसी छात्र की तबियत खराब होती है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी कुलपति और प्रशासन की होगी।

छात्रों का समर्थन और अगला कदम

इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित थे, जिनमें प्रमुख रूप से लव सिन्हा, दीपक गुप्ता, सुधांशु चौहान, बाबू राम निषाद, भूपेंद्र यादव, योगेंद्र पाल, उदय प्रताप, अभिषेक तिवारी, रचित गोसौमी, जय सिंह, गगन सागर, विक्की यादव, प्रिंस शिवहरे और रुद्र यादव शामिल थे।

छात्रों और छात्र नेताओं ने कहा कि अगर उनकी मांगों को जल्द से जल्द नहीं माना गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा, और आने वाले दिनों में इसे व्यापक रूप देने के लिए पूरी तैयारियां की जा रही हैं।

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