आरईसी बांदा में आईईईई डे 2025 का भव्य आयोजन, छात्रों में दिखा तकनीकी उत्साह
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज (आरईसी) बांदा में आईईईई स्टूडेंट ब्रांच (STB11533) द्वारा आईईईई डे 2025 का...

बांदा। राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज (आरईसी) बांदा में आईईईई स्टूडेंट ब्रांच (STB11533) द्वारा आईईईई डे 2025 का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन वुमेन इन इंजीनियरिंग (WiE) और पावर एंड एनर्जी सोसाइटी (PES) शाखाओं के सहयोग से 7 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चल रहा है। इस वर्ष का थीम “बेहतर कल के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना” निर्धारित किया गया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज के निदेशक प्रो. एस.पी. शुक्ला, आईईईई काउंसलर डॉ. पुष्पेंद्र सिंह, WiE सलाहकार श्री अभिजीत सिंह, PES सलाहकार डॉ. मोहम्मद तौसीफ खान, सूचना प्रौद्योगिकी विभागाध्यक्ष डॉ. विभास यादव एवं शाखा के सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया। आरंभिक सत्र में छात्र-छात्राओं में तकनीकी नवाचार और उत्साह का वातावरण देखने को मिला।
आईईईई स्टूडेंट ब्रांच के चेयरपर्सन ने स्वागत भाषण में कहा कि “आईईईई डे” केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को जगाने का अवसर है।
9 अक्टूबर को आधुनिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) पर केंद्रित सत्र का आयोजन हुआ, जिसका संचालन अंतिम वर्ष के छात्र वैभव चौधरी ने किया। उन्होंने एलएलएम मॉडल्स (LLM Models) पर प्रभावशाली प्रस्तुति देते हुए छात्रों को जेनरेटिव एआई की कार्यप्रणाली और नैतिक पहलुओं से परिचित कराया।
12 अक्टूबर को सुश्री ईशा स्वैन (G.E.T, Siemens Healthineers) ने “Data Structures to Dream Offers” विषय पर वर्चुअल विशेषज्ञ व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्रों को डेटा स्ट्रक्चर, एल्गोरिद्म, प्रतियोगी कोडिंग और इंटरव्यू रणनीतियों पर व्यावहारिक सुझाव दिए।
इसके बाद, 13 अक्टूबर को सोलजर पटेल (IIT BHU, JE, भारतीय रेलवे) ने GATE परीक्षा की तैयारी पर विशेष वेबिनार आयोजित किया। उन्होंने समय प्रबंधन, विषय प्राथमिकता और अध्ययन तकनीक पर छात्रों का मार्गदर्शन किया।
14 अक्टूबर को केक कटिंग समारोह के साथ आईईईई डे का उत्सव अपने चरम पर पहुंच गया। शिक्षकों और छात्रों ने मिलकर तकनीकी समुदाय में एकता और सहयोग की भावना व्यक्त की।
आईईईई डे के तहत वाद-विवाद और निबंध लेखन प्रतियोगिता जैसी तकनीकी प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है। प्रतिभागी कृत्रिम बुद्धिमत्ता की नैतिकता और सतत ऊर्जा जैसे विषयों पर अपने विचार साझा कर रहे हैं।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर अभिजीत सिंह ने नवीनतम तकनीकों और इस वर्ष के नोबेल पुरस्कार विजेता विषय पर प्रकाश डालते हुए छात्रों को अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रेरित किया।
आयोजन समिति ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम न केवल छात्रों के तकनीकी ज्ञान को सुदृढ़ करते हैं, बल्कि उनमें नेतृत्व, संचार और टीमवर्क जैसी क्षमताओं का भी विकास करते हैं।
आरईसी बांदा में आयोजित आईईईई डे 2025 तकनीक, नवाचार और करियर विकास की दिशा में एक प्रेरक पहल साबित हो रहा है, जिसने छात्रों में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार किया है।
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