झाँसी: ऐतिहासिक इमारत कला- मन्दिर हुई ध्वस्त, शिकायतों के बाद भी प्रशासन बेसुध
संपूर्ण विश्व में हमारे जनपद को झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम से जाना जाता है। जिन्होंने प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेजों को खदेड़कर...
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ऐतिहासिक धरोहर कला मंदिर को मिटाने का किया जा रहा प्रयास
झाँसी।
संपूर्ण विश्व में हमारे जनपद को झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई के नाम से जाना जाता है। जिन्होंने प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेजों को खदेड़कर स्वयं को नारी शक्ति के रूप में स्थापित किया बहुत कम ऐसे उदाहरण देखे गए हैं। जब किसी महिला द्वारा आक्रमणकारियों के विरुद्ध युद्ध कर वीरता का उदाहरण प्रस्तुत किया गया है। रानी झांसी से संबंधित सभी ऐतिहासिक स्थलों को पुरातत्व विभाग ने अपने अधीन ले रखा है लेकिन कुछ स्थान ऐसे हैं जो पुरातत्व विभाग की अनदेखी के कारण दबंग भूव्यवसाईयों द्वारा कब्जा किये जा रहे हैं।
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झाँसी के शहर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पुरानी पसरट में मनोरंजन स्थल कला मंदिर टॉकीज जिसे कुछ भूव्यवसाइयों द्वारा कब्जे में लिया जा रहा है। इस ऐतिहासिक स्थल पर बना हुआ मंदिर पूर्व में ही ध्वस्त किया जा चुका है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस ऐतिहासिक धरोहर को नष्ट कर वहां बहुमंजिला मार्केट बनाया जा रहा है। जिससे भूव्यवसाईयों के करोड़ों में वारे न्यारे होने जा रहे हैं, इस ऐतिहासिक स्थल के नीचे एक सुरंग भी है जो किले तक जाती है। जहां धन होने का लालच भी दबंगों को इस ओर आकर्षित कर रहा है जबकि यह स्थल आजादी के पूर्व से ही झाँसी प्रशासन के अधीन था लेकिन जिले के दबंग भूव्यवसायी इतिहास को धन के लालच में धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं।
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इस ऐतिहासिक इमारत को बचाने के लिए कई संगठनों द्वारा शिकायत जिला प्रशासन से की गई लेकिन इस संबंध में प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके चलते दबंग के हौसले बुलंद है और वे लगातार अवैध रूप से निर्माण कार्य करते चले आ रहे हैं। इस ओर जिला प्रशासन, पुरातत्व विभाग और मनोरंजन विभाग सहित झाँसी विकास प्राधिकरण और नगर निगम को भी अपना ध्यान आकर्षित करना होगा एवं ऐसे ऐतिहासिक स्थलों को चिन्हित करना होगा जिनकी प्रमाणिकता हमारा इतिहास देता है।
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