कृषि विभाग ने पराली जलाने से रोकने के लिए महिला समूहों को किया जागरूक

बुधवार को विकास भवन सभागार में पराली प्रबंधन में मशरूम उत्पादन कर प्रभावी नियंत्रण व आय प्राप्त कर लाभ कमाएं विषय पर..

कृषि विभाग ने पराली जलाने से रोकने के लिए महिला समूहों को किया जागरूक
कृषि विभाग (Agriculture department)

बुधवार को विकास भवन सभागार में पराली प्रबंधन में मशरूम उत्पादन कर प्रभावी नियंत्रण व आय प्राप्त कर लाभ कमाएं विषय पर आयोजित गोष्ठी व ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत माह सितंबर 2021 को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाने के लिए जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार की अध्यक्षता में बैठक की।

उन्होंने कहा कि पराली जलाने से होने वाले दुष्प्रभाव एवं प्रभावी नियंत्रण विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी सभी को विशेषज्ञों द्वारा दी जा रही है, उक्त जानकारी को आत्मसात करते हुए क्षेत्र की अन्य महिलाओं को भी जानकारी देते हुए अपनी खेती किसानी में प्रयोग करें ताकि गांव का पर्यावरण दूषित न हो और आय में बढ़ोतरी हो।

यह भी पढ़ें - झाँसी : खदान धंसने से मलबे में दबी महिला श्रमिक की मौत

जिला विकास अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मशरूम उत्पादन कार्यशाला व पराली न जलाने से संबंधित होने के साथ-साथ राष्ट्रीय पोषण माह में महिलाओं, किशोरियों व बच्चों को कुपोषण की रोकथाम के लिए पोषक तत्व का भोजन जो कि स्थानीय रूप में उपलब्ध हो का उपभोग किया जाना है।

उन्होंने बताया कि हमें इस माह वृक्षारोपण, व्यंजन प्रदर्शन, रंगोली निर्माण व दीपोत्सव जैसे कार्यक्रम आयोजित कर हर्षोल्लास से मनाया जाना चाहिए। उन्होंने वृक्षारोपण के लिए सहजन का वृक्ष मुख्य रूप से अपने घरों के आंगन में लगाए जाने के लिए भी महिला समूह की महिलाएं सदस्यों को प्रेरित किया। जिला कृषि अधिकारी केके सिंह द्वारा कुपोषण की रोकथाम के लिए हरी सब्जियां व फलों के बारे में जानकारी दी।

यह भी पढ़ें - झाँसी, अखबार के संपादक पर फायरिंग, हत्या की आशंका के चलते लगाई सुरक्षा की गुहार

उन्होंने बताया कि जो लोग अपनी खेतों में पराली जलाते हैं, वह न जलाएं क्योंकि इससे मिट्टी की उर्वरकता कम होती है व मिट्टी ऊसर हो जाती है, जिससे फसल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

उन्होंने समूह की महिलाओं को फसल अवशेष के उचित प्रबंधन के लिए इन-सीटू योजनान्तगर्त नव विकसित कृषि यंत्रों यथा सुपर स्ट्रा मैनेजमेनट सिस्टम (सुपर एसएमएस), हैप्पीसीडर, सुपर सीडर, जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, श्रब मास्टर, पेडी स्ट्राचार, श्रेडर, मल्चर, रोटरी स्लेार, हाइड्रोलिक रिवसेर्बल, एमबीप्लाऊ, बेलिंग मीन, क्राप रीपर की जानकारी देते हुये विभाग द्वारा अनुमन्य अनुदान से भी परिचित कराया और इन सभी का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में दीपक कुशवाहा एसएमएस, विनय मोघे एसएमएस, गौरव जिला मिशन प्रबंधक, सारिका पांडे ब्लॉक मिशन प्रबंधक विकासखंड बबीना के ग्राम पालींदा अठोंदना, कोटखेरा की स्वयं सहायता समूह की महिलाए उपस्थित रहीं।

यह भी पढ़ें - राम के अस्तित्व को न मानने वालों को राम मंदिर पर सवाल का अधिकार नहीं : साध्वी

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1