जिले में यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेले का फीता काटकर किया गया शुभारम्भ
यूपी इंटरनेशनल शो-2025 का मेला जनपद में 10 से 19 अक्टूबर तक पुरानी कोतवाली कर्वी के प्रांगण में किया जा रहा है...

कई विभागो के लगाए गए स्टाल
चित्रकूट। यूपी इंटरनेशनल शो-2025 का मेला जनपद में 10 से 19 अक्टूबर तक पुरानी कोतवाली कर्वी के प्रांगण में किया जा रहा है। जिसका शुभारम्भ शुक्रवार को मुख्य अतिथि विधान परिषद सदस्य अविनाश सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव,भाजपा जिलाध्यक्ष महेंद्र कोटार्य, पूर्व सांसद भैरों प्रसाद मिश्र, पूर्व राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, पूर्व विधायक आनंद शुक्ला, डीसीबी अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रंजना उपाध्याय, डीएम शिवशरणप्पा जीन, कार्यक्रम संयोजक राजेश्वरी द्विवेदी आदि जन प्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थित्ति में फीता काटकर व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया।
डीएम ने कहा कि इस मेले का मुख्य उद्देश्य जनपद के हस्तशिल्पियों, कारीगरी एवं उद्यमियों द्वारा स्थानीय स्तर पर उत्पादित किए जा रहे उत्पादों को विपणन एवं दीपावली महापर्व के अवसर पर आम जनमानस को स्वदेशी वस्तुओं की खरीदारों का अवसर उपलब्ध कराना है। स्वदेशी मेले में उद्यान विभाग, खादी ग्रामोद्योग, माटीकला बोर्ड, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, रेशम विभाग, ग्रामीण आजीविका मिशन, सीएम युवा उद्यमी विकास योजना, ओडीओपी, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, पीएमईजीपी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना आदि के लाभार्थियों, वित्तपोषित इकाईयो, स्वयं सहायता समूहों व अन्य उत्पादकों द्वारा स्टाल लगाए गए है। जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने मेले में विभिन्न स्टालों पर उपलब्ध स्थानीय उत्पादों का अवलोकन करते हुए कहा कि किसी भी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए यहां के मौलिक उद्योगों व उत्पादों की अग्रणी भूमिका होती है। पिछले आठ वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश की औद्योगिक विकास यात्रा इसी रोडमैप पर में आधरित है। यह आयोजन निर्यात की संभावनाओं को नयी उड़ान और नयी पहचान देने का मेगा शो है। उत्तर प्रदेश वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने के लक्ष्य की ओर ठोस कदमों के साथ तेजी से अग्रसर है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एमएसएमई और निर्यात क्षेत्र का विशेष योगदान है।
विधान परिषद सदस्य ने कहा कि भगवान कामतानाथ की पावन धरती चित्रकूट में आहूत स्वदेशी मेला के शुभारंभ हुआ है। कहा कि प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के इस सराहनीय प्रयास के भाव व भावना से भारत को नई दिशा मिल रही है। भारत की परिकल्पना को न केवल मजबूती प्रदान करना है बल्कि कालांतर पर जाकर इतिहास के पन्नों को पलटते हैं तो उस भारत का दर्शन होता है कि जिस भारत को पहले सोने की चिड़िया के रूप में पाया जाता था। विश्व गुरु के रूप में स्थापित था। अतिथि देवो भव की परंपरा थी। दूध दही की नदियां बहती थी। उन्होंने कहा कि खोए हुए भारत को लाना है। मां भारती के अमर शहीदों ने देश को स्वतंत्र करने में बलिदान दिया है। उनको नमन है। आज नया देश विकसित हो रहा है। स्वदेशी मेला नहीं यह भारत को नया आयाम देने वाला मेला है। भाजपा की सरकार गरीब मजदूर असहाय लोगों को विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू करके सुदूर क्षेत्र के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को लाभ दिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह समय बंटने का नहीं जुड़ने का है अपने भारत देश को मां के रूप में मानते हैं। बदलते हुए भारत की तस्वीर पर प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का हाथ मजबूत करना है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने का इसी तर्ज पर स्वदेशी मेला का आयोजन कर जिस उत्पादन में मजदूर का पसीना बहा है उसे उत्पाद को भारतीय जनता पार्टी की सरकार बढ़ावा दे रही है। तभी आत्मनिर्भर भारत का मुख्य उद्देश्य पूरा होगा। तभी देश, प्रदेश व जिला प्रगति कर सकता है। इस मौके पर डीएम ने मुख्य अतिथि को अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर ने आभार जताया।
उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र एसके केसरवानी ने सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। कार्यक्रम में संस्कृति विभाग से पंजीकृत संगीत पार्टी दयाराम रैकवार ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षक साकेत बिहारी शुक्ला ने किया। इस अवसर पर भाजपा जिला महामंत्री आलोक पांडेय, जिलाध्यक्ष भाजयुमो विकास मिश्रा, जिला मंत्री मनोज तिवारी, प्रेम वाल्मीकि, रवि गुप्ता, हरिओम करवरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं उपनिदेशक पर्यटन आरके रावत, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी संतोष कुमार, सहायक निदेशक मत्स्य भानु चंद्रा, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रियंका यादव, डीसी एनआरएलएम ओमप्रकाश मिश्र आदि अधिकारी मौजूद रहे।
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