लखनऊ सहित प्रदेश के इन 10 शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने की तैयारी
परिवहन विभाग ने राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के 10 शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने की तैयारी शुरू कर दी है, प्रदेश शासन ने इलेक्ट्रिक वाहनों की नीति लागू करने के लिए परिवहन विभाग को कार्य योजना भेज दी है..
लखनऊ,
परिवहन विभाग ने राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के 10 शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश शासन ने इलेक्ट्रिक वाहनों की नीति लागू करने के लिए परिवहन विभाग को कार्य योजना भेज दी है।
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उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से परिवहन विभाग को भेजी गई कार्य योजना में केंद्र सरकार की नेशनल इलेक्ट्रिक मोबिलिटी मिशन योजना 2020 शुरू करने की बात कही गई है। लखनऊ सहित प्रदेश के 10 शहरों कानपुर, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, मेरठ, झांसी फतेहपुर और गोरखपुर में इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। यहां पर ऑटोमोबाइल कंपनियां हाईब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों का मॉडल तैयार करेंगी।
वाहनों की डिजाइन इस प्रकार से की जाएगी कि चार्जिंग घर पर ही हो सके। फिलहाल लखनऊ में अभी 40 यात्री वाहन बैटरी से चल रहे हैं। जबकि करीब 22,715 ई- रिक्शा बैटरी से चल रहे हैं। बैटरी से चलने वाले दो पहिया वाहनों की संख्या अभी 630 के आसपास है। जबकि चार पहिया मोटर कार की संख्या 30 है।
प्रदेश सरकार की कार्य योजना के अनुसार इलेक्ट्रिक वाहन नीति का उद्देश्य शहरों में हरित पर्यावरण को बढ़ावा देना, अधिक से अधिक रोजगार पैदा करना और पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम करना है।
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संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) रामफेर द्विवेदी ने शनिवार को बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कार्य योजना के अनुसार लखनऊ के नादरगंज में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का उत्पादन शुरू हो गया है। फिलहाल अभी तक करीब छह कंपनियों के निर्माण (मैन्युफैक्चरिंग) प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग से पर्यावरण स्वच्छ रहेगा और पेट्रोल डीजल की अपेक्षा लोगों को ईंधन पर कम खर्च करना पड़ेगा।
हिन्दुस्थान समाचार