तेज हवाओं और बवंडर के कारण विंध्य क्षेत्र में चार ट्रांसमिशन टॉवर क्षतिग्रस्त
ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि गत दिवस तेज हवाओं और बवंडर के कारण विंध्य क्षेत्र स्थित मध्य प्रदेश...

अमरकंटक में उत्पादित विद्युत की निकासी और पारेषण पर कोई प्रभाव नहीं : ऊर्जा मंत्री तोमर
भोपाल। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि गत दिवस तेज हवाओं और बवंडर के कारण विंध्य क्षेत्र स्थित मध्य प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी की 220 के.व्ही. अमरकंटक–सीधी तथा 220 के.व्ही. सीधी–रीवा ट्रांसमिशन सर्किट के चार टॉवर क्षतिग्रस्त हो गये। इस कारण अमरकंटक से सीधी 220 के.व्ही. सर्किट में विद्युत प्रवाह प्रभावित हुआ, लेकिन 220 के व्ही सबस्टेशन सीधी में वैकल्पिक ट्रांसमिशन सप्लाई उपलब्ध होने से क्षेत्र में इस कारण कोई विद्युत व्यवधान नहीं हुआ। साथ ही इससे अमरकंटक थर्मल पावर स्टेशन चचाई में उत्पादित विद्युत की निकासी एवं पारेषण पर भी कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा और अन्य सर्किट अनूपपुर एवं जबलपुर में विद्युत आपूर्ति निर्विघ्न बनी रही।
72 मीटर ऊंचा टावर भी हुआ क्षतिग्रस्त
एम पी ट्रांसको के मुख्य अभियंता संदीप गायकवाड़ ने सोमवार को बताया कि विंध्य क्षेत्र में सोन नदी के आसपास मौसम के अचानक बिगड़ने से उपरोक्त दोनों सर्किट में दो टॉवर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए तथा दो अन्य टॉवर आंशिक रूप से प्रभावित हुए। इन टॉवरों में से एक 72 मीटर ऊँचाई का विशेष ट्रांसमिशन टॉवर है, जो सोन नदी क्रॉसिंग के लिए स्थापित किया गया था। उन्होंने बताया कि दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद, क्षतिग्रस्त टॉवरों की मरम्मत का कार्य युद्ध स्तर पर प्रारंभ कर दिया गया है। प्रभावित सर्किटों से विद्युत आपूर्ति पुनः बहाल करने में कम से कम तीन सप्ताह का समय लग सकता है।
हिन्दुस्थान समाचार
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