प्रसुताओ को स्तनपान के बारे किया जागरूक
ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड के प्रोजेक्ट जागृति के अंतर्गत विश्व स्तनपान दिवस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहाड़ी में मनाया गया। इसमें प्रसूताओ को स्तनपान के फायदे...

चित्रकूट। ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट फॉर मदर एंड चाइल्ड के प्रोजेक्ट जागृति के अंतर्गत विश्व स्तनपान दिवस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहाड़ी में मनाया गया। इसमें प्रसूताओ को स्तनपान के फायदे और स्तनपान के सही तरीको के बारे में जानकारी दी गयी।
ममता हेल्थ इंस्टिट्यूट फार मदर एंड चाइल्ड संस्था ने विश्व स्तनपान सप्ताह पर स्तनपान की महत्ता, शिशु एवं बाल मृत्यु दर में कमी के लिए स्तनपान के चार मापदंडो के बारे में बताया। जिसमे जन्म के तुरंत बाद शीध्र एक घंटे के भीतर नवजात को स्तनपान अवश्य प्रारंभ कराया जाये। छह माह तक केवल स्तनपान कराएं। शिशु के छह माह पूरे होने पर संपूरक आहार देना प्रारंभ करें। शिशु के दो वर्ष पूरे होने तक स्तनपान जारी रखें। संस्था के ब्लाक समन्यवक विकास पांडेय ने बताया कि जन्म के एक घंटे के अन्दर नवजात को स्तनपान कराना चाहिए। माँ का गाढ़ा पीला दूध नवजात के लिए टोनिक का काम करता है। यह बच्चे की इम्युनिटी और बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। चिकित्षा अधीक्षक उदय प्रताप सिंह ने ममता संस्था के सीधे कम्युनिटी में स्वास्थ्य सम्बंधित शिक्षा देकर जागरुक करने की सराहना की।
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