निर्माण कार्यों में शिथिलता से पर्यटन मंत्री नाराज, चेतावनी के साथ तलब की प्रगति रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने निर्माण कार्यों में आयी शिथिलता पर नाराजगी जताई है..

निर्माण कार्यों में शिथिलता से पर्यटन मंत्री नाराज, चेतावनी के साथ तलब की प्रगति रिपोर्ट
पर्यटन मंत्री

लखनऊ,

  • मंत्री बोले, लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी ने निर्माण कार्यों में आयी शिथिलता पर नाराजगी जताई है। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए उन्होंने पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव से 15 दिन के अंदर प्रगति रिपोर्ट तलब की है।     

पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी गुरुवार को राजधानी स्थित पर्यटन निदेशालय के सभागार में विभाग द्वारा किए जा रहे पर्यटन विकास के विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में कार्यदायी संस्थाओं के साथ पर्यटन विभाग के सभी क्षेत्रीय अधिकारी भी वर्चुअल रूप से सम्मिलित रहे।

यह भी पढ़ें - कानपुर सेंट्रल स्टेशन से जाली नियुक्ति पत्रों के साथ 16 फर्जी टीटीई​ गिरफ्तार

  • पर्यटन विभाग की परियोजनाओं का कार्य शीघ्र पूर्ण करें : डॉ नीलकंठ तिवारी

समीक्षा के दौरान निदेशक, आरईएस को पर्यटन विभाग के कराए जा रहे कार्यों की जानकारी न होने पर मंत्री ने नाराजगी जताई और तीन दिन के अंदर सभी कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद के निदेशक एससी राय के बैठक में उपस्थित न रहने पर उनका स्पष्टीकरण मांगे जाने का निर्देश दिया। कहा कि निदेशक द्वारा बैठक में उपस्थित न होने का संतोषजनक स्पष्टीकरण न दिया जाए तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।

पर्यटन विभाग के कार्य में उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद की प्रगति खराब होने पर मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने प्रमुख सचिव आवास विकास को पत्र जारी करने के निर्देश दिए तथा कहा कि प्रमुख सचिव द्वारा पर्यटन की योजनाओं की समीक्षा की जाए तथा 15 दिन के अंदर कार्यों की प्रगति रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि कार्यों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें - हमीरपुर : सरकारी खरीद केन्द्रों के बंद होने में 5 दिन शेष

  • अक्टूबर तक कार्य पूर्ण कराने के निर्देश 

बैठक में मंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे समस्त कार्य प्रत्येक दशा में अक्टूबर तक पूर्ण कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य मानक के अनुरूप गुणवत्तापरक तथा समयबद्ध तरीके से पूर्ण किये जाए। कार्य में लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, गुणवत्तापरक कार्य न होने पर सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने प्रमुख सचिव व महानिदेशक पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम को निर्देश दिया कि जिन कार्यों की स्वीकृति तीन माह पूर्व दी जा चुकी है तथा जिन कार्यों के लिए कार्यदायी संस्था को बजट आवंटित कर दिया गया है, उन परियोजनाओं पर अगर कार्यदायी संस्था द्वारा अभी तक कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया है तो सम्बंधित कार्यदायी संस्था से स्पष्टीकरण प्राप्त करें कि उनके द्वारा अब तक कार्य क्यों प्रारम्भ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों के एस्टीमेट में जिस कम्पनी की सामग्री स्वीकृत की गई है वही लगाई जाए।  

यह भी पढ़ें - जेब में एक रुपया कैश के बिना भी प्राॅपर्टी की रजिस्ट्री सम्भव

  • 30 सितंबर से पूर्व पूर्ण किए जाएं पर्यटन संवर्धन योजना के कार्य

डॉ तिवारी ने मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों को 30 सितम्बर से पूर्व पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 30 सितम्बर को मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अंतर्गत किए जा रहे सभी कार्यों का लोकार्पण किया जाएगा। 

उन्होंने पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे सभी कार्यों की लागत एवं गुणवत्ता की जांच टेक्निकल टीम द्वारा कराए जाने का निर्देश प्रमुख सचिव पर्यटन को दिया। पर्यटन विकास के लिए केंद्रीय परियोजनाओं के अंतर्गत जिन जनपदों में डिजिटल गैलरी का कार्य किया गया है उनमें लगाई गई सामग्री की गुणवत्ता एवं लागत की भी जांच कराए जाने के निर्देश राज्यमंत्री द्वारा दिए गए।

यह भी पढ़ें - उप्र में 15 जून के बाद लागू होगा बाढ़ अलर्ट, कण्ट्रोल रूम को तत्काल सक्रिय करने निर्देश

  • पर्यटन मंत्री ने की विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा

उन्होंने कहा कि स्वीकृत लागत से अधिक की सामग्री लगाई गई हो तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने समस्त क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों को निर्देशित किया गया निर्माण कार्यो का स्थलीय निरीक्षण करें तथा निरीक्षण रिपोर्ट महानिदेशक पर्यटन को उपलब्ध कराएं।


 
पूर्व में प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम ने समस्त क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित किया कि विभाग की सभी परियोजनाओं का कार्य तेजी के साथ पूर्ण करें। कार्य पूर्ण होने के पश्चात उपयोगिता प्रमाण पत्र अवश्य उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों का कार्य पूर्ण होने के पश्चात संबंधित संस्था अथवा ट्रस्ट को हैंड ओवर कर दें। उन्होंने कहा कि कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
 
बैठक में संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश चंद्र मिश्र, कार्यदायी संस्थाओं के प्रबंध निदेशक तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। 

यह भी पढ़ें -  रेलवे अपडेट : जबलपुर लखनऊ चित्रकूट एक्सप्रेस इस दिन से फिर ट्रैक पर दौड़ेगी

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1