लखनऊ की इलेक्ट्रिक बसों में यात्री एटीएम कार्ड से जल्द कर सकेंगे टिकट का भुगतान
राजधानी लखनऊ में चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों में यात्री जल्द ही एटीएम कार्ड और वॉलेट से टिकट का भुगतान कर सकेंगे। इसके लिए नगरीय बस..
लखनऊ,
- इलेक्ट्रिक बसों में एटीएम कार्ड और वॉलेट से टिकट का भुगतान करने की तैयारियां शुरू
राजधानी लखनऊ में चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों में यात्री जल्द ही एटीएम कार्ड और वॉलेट से टिकट का भुगतान कर सकेंगे। इसके लिए नगरीय बस प्रबंधन ने तैयारियां तेजी से शुरू कर दी हैं।
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नगरीय परिवहन लखनऊ में चलने वाली इलेक्ट्रिक बसों में कैशलेस व्यवस्था को तरजीह देने की तैयारियां कर रहा है। इसके लिए बोर्ड से अनुमति मांगी गई है। लखनऊ में चार प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल चल रहा है।
ट्रायल सफल होने के बाद इन बसों को सिटी परिवहन के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। फिलहाल लखनऊ में सिटी परिवहन के बेड़े में अभी 100 इलेक्ट्रिक बसें और जुड़ेंगी। इसके अलावा नई इलेक्ट्रिक टिकट मशीनों (ईटीएम) के टेंडर कराए जाने की तैयारी चल रही है। ताकि इलेक्ट्रिक बसों में कैशलेस व्यवस्था की सुविधा यात्रियों को मिल सके।
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नई ईटीएम मशीनों में टिकट भुगतान के लिए यात्री सभी तरह के वॉलेट और बैंकों के एटीएम कार्ड का प्रयोग कर सकेंगे। ये ई-टिकट मशीनें सभी तरह के कार्ड और एमएसटी को रीड (पढ़) कर सकेंगी। इलेक्ट्रिक बसों में एटीएम कार्ड और वॉलेट से टिकट के किराए का भुगतान होने से कार्ड धारकों को छुट्टे पैसे देने की दिक्कतों से निजात मिल जाएगी। इसके अलावा छुट्टे पैसे नहीं होने की वजह से लोगों को मजबूरी में अपनी धनराशि छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा।
नगरीय परिवहन निदेशालय के संयुक्त निदेशक अजीत सिंह ने बताया कि लखनऊ में चार प्रोटोटाइप इलेक्ट्रिक बसों का ट्रायल चल रहा है। लखनऊ सहित प्रदेश के 14 शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के लिए डिपो का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। निर्माण एजेंसियों को 31 जुलाई तक का समय दिया गया है।
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उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रिक बसों में कैशलेस व्यवस्था यात्रियों के लिए एक अच्छा विकल्प है। लखनऊ सहित प्रदेश के 14 शहरों में 700 इलेक्ट्रिक बसें आनी हैं।
इसमें लखनऊ में 100 बसें, कानपुर में 100 बसें, आगरा में 100 बसें,प्रयागराज में 50 बसें, वाराणसी में 50 बसें, मेरठ में 50 बसें, मथुरा-वृंदावन में 50 बसें, गाजियाबाद में 50 बसें,गोरखपुर में 25 बसें, शाहजहांपुर में 25 बसें, मुरादाबाद में 25 बसें, बरेली में 25 बसें, अलीगढ़ में 25 और झांसी में 25 बसें आनी हैं।
गौरतलब है कि, लखनऊ में पहले 260 सीएनजी सिटी बसें चलती थीं। अब करीब 164 बसें ही रह गई हैं। इसमें 150 सिटी बसें मरम्मत कराकर किसी तरह से चलाई जा रही हैं। इसके अलावा 40 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन भी लखनऊ में किया जा रहा है।
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हि.स