स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध ढंग से चल रहे नर्सिंग होम को किया सीज
जनपद में स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंकते हुए कई नर्सिंग होम अवैध ढंग से संचालित किए जा रहे हैं। इसका ताजा...

जनपद में स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंकते हुए कई नर्सिंग होम अवैध ढंग से संचालित किए जा रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण बुधवार को तब देखने को मिला जब राज्य महिला आयोग की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बबेरू के औगासी रोड पर चल रहे एक नर्सिंग होम पर छापा मारा। जहां 15 मरीज भर्ती पाए गए। नर्सिंग होम से संबंधित किसी तरह के रजिस्ट्रेशन व अन्य अभिलेख मौके पर न पाए जाने पर नर्सिंग होम को सीज कर दिया गया।
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बताते चलें कि बबेरू तहसील के ग्राम समगरा निवासी राममिलन की 25 वर्षीय पत्नी सावित्री चार माह की गर्भवती थी। पेट में दर्द होने पर बबेरू कस्बे के औगासी रोड स्थित एकता नर्सिंग होम में दिखाने गई थी। मौजूद कथित चिकित्सक बताने वाले गंगासागर ने इलाज किया और इंजेक्शन लगाया था। जिससे बेहोश हो गई थी और गर्भपात गया था। बाद में सावित्री को बांदा में भर्ती कराया गया। राममिलन ने इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों सहित राज्य महिला आयोग को पत्र भेज की थी।
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राज्य महिला आयोग के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज कौशिक, सीएचसी बबेरू अधीक्षक ऋषिकेश सिंह पटेल व जिला मुख्यालय के लिपिक अशोक वर्मा व वरुण के साथ जांच की गई। नर्सिंग होम का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला और मौके पर कोई चिकित्सक भी नहीं मिला। पता चला कि झोलाछाप लंबे समय से नर्सिंग होम चला रहा था, जिसे सीज कर दिया गया।
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