स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त : डीएम
डीएम शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई...

एचआईवी की रिपोर्ट सही न होने पर एसीएमओ व शिथिलता बरतने वाली एएनएम का रोका वेतन
चित्रकूट। डीएम शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। इस दौरान संस्थागत प्रसव की स्थिति, संस्थागत प्रसव की तुलनात्मक स्थिति, एसएनसीयू उपकरण संकेतक की स्थिति, पोषण पुनर्वास केंद्र, एएनसी पंजीकरण, बाल पंजीकरण, टीकाकरण, स्कूल एवं आंगनबाड़ी की निरीक्षण, ई संजीवनी परामर्श, कर्मचारियों की स्थिति, ओपीडी सेवाएं, राष्ट्रीय दृष्टिहीनता एवं दृष्टि दोष नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मानसिक कार्यक्रम, मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया, राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम आदि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि स्कूलों में एडवेंन्डोजाल की गोली बच्चों को खिलाएं। कोई भी बच्चा छूटने न पाए। एचआईवी की रिपोर्ट सही नहीं पाए जाने पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार सिंह के अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हीमोग्लोबिन, डायबिटीज जैसी बीमारियों को चेक करने के लिए जो इंस्ट्रूमेंट नहीं है इंस्ट्रूमेंट प्रभारी से मांग करें। केंद्रों पर इंस्ट्रूमेंट पूरी रहनी चाहिए। उन्होंने एएनएम इंद्रावती देवी, सोना देवी, सरस्वती देवी की कार्य की शिथिलता पाए जाने पर वेतन रोकने के लिए आदेशित किया। उन्होंने कहां कि वीएचएनडी सेशन में एएनएम हीमोग्लोबिन की चेकअप सही से कराएं। कहां कि अगर नहीं कार्य करती है तो उनके खिलाफ कार्यवाही करें। आशाओं के रिक्त पदों की भर्ती के संबंध में उन्होंने कहा कि जो पद रिक्त है आवेदन प्राप्त कर भर्ती जल्द से जल्द कराए। जिससे कार्य बाधित न होने पाए। उन्होंने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को निर्देशित किया कि सिजेरियन को रेफर न करें। जिलाधिकारी ने कहा कि मऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति सिजेरियन में ठीक नहीं है। इसमें सुधार कराएं। उन्होंने कहा कि जितने भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नोडल अधिकारी नामित है भ्रमण कर रिपोर्ट प्रेषित करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि बीसी के माध्यम से रिपोर्ट ले। गर्भवती महिलाओं को दी जा रही उपचार व्यवस्था पर चर्चा करते हुए कहा कि सभी महिलाओं के अल्ट्रासाउंड सभी चिकित्सा इकाई पर होनी चाहिए। कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों का भुगतान समय से कराए। राष्ट्रीय कार्यक्रम (संचारी रोग) के अंतर्गत रेबीज का प्रचार प्रसार होर्डिंग व पेपरो के माध्यम से कराए। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि इससे बच्चे अधिक प्रभावित होते है। कहा कि किसी भी बच्चों का नुकसान नहीं होना चाहिए। डायरिया के संबंध में पिछले वर्ष केसो की सूची मांगी। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि स्कूलों में अभियान चलाकर प्रभातफेरी लगाकर कार्यक्रम कर जागरूक करें। यह भी कहा कि माइक्रो प्लान बनाकर कार्य गंभीरता से कराए।
बीसीपीएम शिवरामपुर रोहित अग्रवाल से जानकारी लिया कि कौन सी आशा ओआरएस नहीं बांट रही है। बताए न जाने पर उनको कारण बताओं नोटिस व वेतन रोकने को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 5 से 10 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं छूटना चाहिए। कहां कि कार्य योजना बनाकर बच्चों का टीकाकरण कराए। राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के संबंध में आईबीएसके टीम निर्देशित किया कि हर जगह कार्यक्रम होना चाहिए। मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के संबंध में कहा कि चिकनगुनिया की पेसेट इस समय कोई है कि नहीं जानकारी ली। कहा कि एंटी लारवा से फागिंग करते रहे। ब्लू सर्विसेज एंड ब्लड डिसऑर्डर के संबंध में उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर ब्लड बैंक बनाएं। कहां कि जिला अस्पताल की स्थिति ठीक नहीं है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि इसमें सुधार कराएं। उन्होंने कहा कि जो आशा कार्य नहीं कर रही है। उनकी सेवाएं समाप्त करें। डीएम ने उपस्थित सभी स्वास्थ्य संबंधी अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिनको जो कार्य दिया गया है। उसको मनोयोग से शत प्रतिशत करें। जिससे जनपद के स्वास्थ्य से संबंधित व अन्य क्षेत्रों में विकास हो सके। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, मुख चिकित्सा अधिकारी डॉ भूपेश द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ शैलेंद्र सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी इंद्र नारायण सिंह सहित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा तनवीर, डा एचसी अग्रवाल मौजूद रहे।
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