दीपावली के पूर्व मंदाकिनी के घाटों की सफाई का शुरु किया अभियान

दीपावली के पूर्व मंदाकिनी नदी के घाटों की सफाई का अभियान बुंदेली सेना ने पुलघाट कर्वी से शुरु किया....

दीपावली के पूर्व मंदाकिनी के घाटों की सफाई का शुरु किया अभियान

चित्रकूट। दीपावली के पूर्व मंदाकिनी नदी के घाटों की सफाई का अभियान बुंदेली सेना ने पुलघाट कर्वी से शुरु किया। पुल के नीचे इकठ्ठा बड़े पनसोखना के ढेर को पहले दिन नदी से बाहर निकाला गया। कर्वी के घाटों की सफाई के बाद सीतापुर के नदी घाटों में अभियान चलेगा। लोगों से नदी में पालीथिन कचरा न फेकने और गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियाँ पुलघाट स्थित बरगद के चबूतरे में रखने की अपील की गई है।

बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि बाढ़ के दौरान कर्वी पुल के नीचे एक बड़ा पनसोखना चारा का ढेर पिलर के पास एकत्र हो गया था। मंगलवार को सबसे पहले सफाई अभियान की शुरुआत इसी चारे को निकालने के साथ हुई। इसके बाद पुलघाट की सीढ़ियाँ मिट्टी मलबे से पटी हुई हैं। जिसकी सफाई होगी और फिर सीतापुर में नदी को स्वच्छ किया जाएगा। बुंदेली सेना ने लोगों से अपील की है कि नदी में पालीथिन कचरा कतई न फेंकें। अभी भी धर्मभीरु लोग बड़े पैमाने पर नदी में पालीथिन कचरा फेंक रहे हैं और बाद में वही लोग नदी प्रदूषण को लेकर चिंता भी व्यक्त करते है। बताया कि दीपावली के पूर्व हजारों की तादाद में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ नदी में विसर्जित की जाती हैं। पिछले कई वर्षों से बुंदेली सेना की अपील पर सैकड़ों लोग मूर्तियों को नदी किनारे चबूतरे में रख जाते हैं। बाद में इन मूर्तियों का भू-विसर्जन करा दिया जाता है। जो लोग नदी में मूर्तियाँ फेंक जाते हैं वह लोग भी चबूतरे में ही मूर्तियों को रखें। नदी सभी की है और सभी के सहयोग से ही नदी को बचाया जा सकता है। सफाई अभियान में चुन्नीलाल निषाद, गया रैकवार, जानकी शरण गुप्ता, अतुल सिंह, वीपी पटेल आदि का योगदान रहा।

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