बुन्देलखण्ड में ग्रामीण पेयजल की सभी परियोजनाएं समय से पूरी की जाए : जल शक्ति मंत्री
ग्रामीण पेयजल आपूर्ति के अंतर्गत जल जीवन मिशन, ग्रामीण पेयजल तथा बुन्देलखण्ड पैकेज के अंतर्गत जो भी कार्य स्वीकृत हुए हैं उन्हें समय से पूरा कराया जाए...
लखनऊ
ग्रामीण पेयजल आपूर्ति के अंतर्गत जल जीवन मिशन, ग्रामीण पेयजल तथा बुन्देलखण्ड पैकेज के अंतर्गत जो भी कार्य स्वीकृत हुए हैं उन्हें समय से पूरा कराया जाए।यह बात उत्तर प्रदेश जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण पेयजल योजना, नमामि गंगे परियोजना, लघु सिंचाई तथा भूगर्भ जल विभाग की योजनाओं की समीक्षा के दौरान कही।
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उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र के जनपद झांसी, महोबा, ललितपुर, जालौन, हमीरपुर, बांदा तथा चित्रकूट के 4613 राजस्व ग्रामों के ग्रामीण क्षेत्रों के पेयजल से आच्छादित सभी बस्तियों में शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी पेयजल योजना प्रारंभ की गई है। इस परियोजना की कुल लागत 10, 479 करोड़ रुपए है। जिसमें 64 लाख की आबादी लाभान्वित होगी।
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उन्होंने कहा कि इसी प्रकार विंध्य क्षेत्र में मिर्जापुर सोनभद्र जनपदों के 3379 ग्रामों में पेयजल उपलब्ध कराने हेतु 5228 करोड़ की योजना लागू की गई है। जिसमें 40 लाख की आबादी लाभान्वित होगी। मंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं पर शीघ्र ही कार्य प्रारंभ कर दिया जाए जिससे भारत सरकार द्वारा पूर्ण करने की जो तिथि थी तय की गई है उसके अनुरूप समय से कार्य पूर्ण होना चाहिए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
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उन्होंने इस दौरान नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा करते कहा की मथुरा, रामनगर, वाराणसी, मिर्जापुर, इटावा, कासगंज, फिरोजाबाद, प्रयागराज में कराए जा रहे कार्यो की प्रगति में तेजी लाई जाए। योजना को निर्धारित समय से पूरा किया जाए। जल शक्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि तालाबों की नियमित जांच कराई जाए, जो तालाब आवश्यक हो वहां का प्रस्ताव भेजें। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव को भी भेजा जाए। सभी तालाबों की जियो टैगिंग कराई जाए, कैमरे लगाए जाएं तथा अधिक से अधिक कार्य मनरेगा के अंतर्गत कराए जाए। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि निशुल्क बोरिंग योजना की शिकायत नहीं आनी चाहिए किसानों को भी इस दौरान किसी तरह की असुविधा नहीं होना चाहिए।
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जल शक्ति मंत्री ने बाद में भूगर्भ जल विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि अटल भूजल योजना में 10 जनपद चयनित हैं। इस योजना में अच्छा कार्य होना चाहिए जिससे देश में उत्तर प्रदेश को प्रथम स्थान प्राप्त हो सके। इस अवसर पर प्रमुख सचिव नमामि गंगे पेयजल योजना लघु सिंचाई तथा भूगर्भ जल विभाग अनुराग श्रीवास्तव, प्रबंध निदेशक जल निगम विकास गोथलवाल, विशेष सचिव नमामि गंगे शत्रुघ्न सिंह तथा अधिशासी निदेशक जल परियोजना सुरेंद्र राम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।