धांधली का आरोप लगाते हुए अखिलेश ने मिल्कीपुर उपचुनाव में स्वीकारी हार
मिल्कीपुर विधानसभा के रुझानों में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी के लगातार पिछड़ने के बाद सपा के राष्ट्रीय...
लखनऊ। मिल्कीपुर विधानसभा के रुझानों में समाजवादी पार्टी (सपा) प्रत्याशी के लगातार पिछड़ने के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुनावी की धांधली का आरोप लगाते हुए एक प्रकार से हार स्वीकार कर ली है। अखिलेश यादव ने एक्स पर कहा कि पीडीए की बढ़ती शक्ति का सामना भाजपा वोट के बल पर नहीं कर सकती है। इसीलिए वह चुनावी तंत्र का दुरुपयोग करके जीतने की कोशिश करती है। ऐसी चुनावी धांधली करने के लिए जिस स्तर पर अधिकारियों को हेराफेरी करनी होती है, वो एक विधानसभा में तो भले किसी तरह संभव है लेकिन 403 विधानसभाओं में ये ‘चार सौ बीसी’ नहीं चलेगी।
अखिलेश यादव ने कहा कि इस बात को भाजपा वाले भी जानते हैं। इसीलिए भाजपाइयों ने मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला था। पीडीए मतलब 90 प्रतिशत जनता ने ख़ुद अपनी आँखों से धांधली देखी है। ये झूठी जीत है, जिसका जश्न भाजपाई कभी भी आईने में अपनी आँखों-में-आँखें डालकर नहीं मना पाएंगे। उनका अपराध बोध और भविष्य में हार का डर उनकी नींद उड़ा देगा।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि जिन अधिकारियों ने चुनावी घपलेबाजी का अपराध किया है, वो आज नहीं तो कल अपने लोकतांत्रिक-अपराध की सज़ा पाएंगे। एक-एक करके सबका सच सामने आएगा। न क़ुदरत उन्हें बख़्शेगी, न क़ानून। भाजपाई उनका इस्तेमाल करके छोड़ देंगे, उनकी ढाल नहीं बनेंगे। जब उनकी नौकरी और पेंशन जाएगी तो वो अपने बच्चों, परिवार और समाज के बीच अपमान की ज़िंदगी की सज़ा अकेले भुगतेंगे। लोकसभा चुनावों में अयोध्या में हुई पीडीए की सच्ची जीत, उनके मिल्कीपुर के विधानसभा की झूठी जीत पर कई गुना भारी है और हमेशा रहेगी।
हिन्दुस्थान समाचार