बाँदा : बेटे की हत्या करके 17 साल जेल काटी, घर लौटे वृद्ध ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली
अपने बेटे की हत्या करने के बाद वृद्ध को सजा हो गई। सजा के 17 साल जेल में गुजारने के बाद घर लौटे वृद्ध ने खुद तमंचे से..
अपने बेटे की हत्या करने के बाद वृद्ध को सजा हो गई। सजा के 17 साल जेल में गुजारने के बाद घर लौटे वृद्ध ने खुद तमंचे से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक 24 दिन पहले जेल से छूटकर घर वापस आया था। घटना उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा के थाना कमासिन क्षेत्र के लाखीपुर मनकड़ही गांव की है।
इसी गांव के रहने वाले वीरेंद्र (65) ने जमीन बंटवारे को लेकर घर में हुए झगड़े के दौरान 2003 में अपनी पहली पत्नी सावित्री के पुत्र कल्लू यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अदालत द्वारा उसे दोषी करार देते हुए सजा दी गई थी। सजा के 17 साल जेल में गुजारने के बाद वह 7 मई 2022 को जेल से रिहा हो गया और घर वापस आ गया।
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बुधवार को वह घर से खेत जाने की बात कह कर निकल गया और ट्यूबेल के पास एक महुआ के पेड़ के नीचे उसने तमंचे से कनपटी में गोली मार कर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण जब मौके पर पहुंचे वीरेंद्र घटनास्थल पर खून से लथपथ जमीन में पड़ा था। इस घटना की जानकारी तत्काल पुलिस को दी गई, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
इस बारे में मृतक के भतीजे देव कुमार ने बताया कि जेल से छूटकर आए चाचा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह तनाव में गुमसुम रहता था। इस दौरान किसी से बातचीत भी नहीं करता था। थानाध्यक्ष कमासिन उमेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक अपराधी प्रवृत्ति का था। बेटे की हत्या के अलावा उसने 1984 में अपने पड़ोसी महेश मिश्रा की भी लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। उसके पास तमंचा कहां से आया उसकी जांच की जा रही है। घटनास्थल से तमंचा बरामद होने पर मृतक पर आर्म्स एक्ट की रिपोर्ट भी दर्ज की गई है।
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