उत्तर प्रदेश में पर्यटन को मिलेगा नया बढ़ावा, अब बन सकेंगे "होम स्टे लॉज"
उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है...

1 से 6 कमरों तक के होंगे होम स्टे, डीएम और एसपी देंगे अनुमति
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है। अब प्रदेश में "होम स्टे लॉज" बनाए जा सकेंगे। ये लॉज 1 से 6 कमरों तक के होंगे और इसके लिए अनुमति देने का अधिकार जिलाधिकारी (DM) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SP/SSP) को दिया गया है।
यह प्रस्ताव उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा तैयार किया गया था, जिसे राज्य कैबिनेट द्वारा स्वीकृति दे दी गई है। इसकी जानकारी देते हुए पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह खन्ना ने बताया कि इससे स्थानीय स्तर पर पर्यटन, रोजगार और आतिथ्य सेवाओं को नया आयाम मिलेगा।
पर्यटन, रोजगार और स्थानीय संस्कृति को मिलेगा बल
"होम स्टे लॉज" नीति से प्रदेश के छोटे कस्बों, तीर्थ स्थलों, ऐतिहासिक नगरों और पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को सस्ता, सुरक्षित और स्थानीय अनुभव मिलेगा।
पर्यटन मंत्री खन्ना ने कहा कि इस योजना से स्थानीय निवासियों को अपने घरों को लॉज में बदलने का अवसर मिलेगा, जिससे स्वरोजगार को बल मिलेगा।
DM और SP करेंगे अनुमति प्रक्रिया को सरल और प्रभावी
नई नीति के तहत किसी भी नागरिक द्वारा अपने घर को "होम स्टे लॉज" के रूप में पंजीकृत कराने के लिए डीएम और एसपी की अनुमति लेनी होगी। इससे अनुमति प्रक्रिया तेज, पारदर्शी और स्थानीय नियंत्रण में रहेगी।
विभाग द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि "होम स्टे लॉज" में रहने वाले पर्यटकों की सुरक्षा, स्वच्छता और मूलभूत सुविधाओं की पूरी व्यवस्था हो।
यूपी के पर्यटन विकास को मिलेगी नई दिशा
उत्तर प्रदेश पहले से ही काशी, अयोध्या, मथुरा, प्रयागराज, चित्रकूट और झांसी जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। "होम स्टे लॉज" की सुविधा से अब पर्यटक स्थानीय अनुभव और संस्कृति के करीब आ सकेंगे, जिससे पर्यटन का दायरा और भी व्यापक होगा।
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