उप्र में 58,000 बीसी सखी तैयार कर रही योगी सरकार, यह होंगे फायदे

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महिलाओं को रोजगार देने की दिशा में बड़ी पहल की है। गांव-गांव तक बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाने..

Jun 30, 2021 - 09:29
Jun 30, 2021 - 09:29
 0  1
उप्र में 58,000 बीसी सखी तैयार कर रही योगी सरकार, यह होंगे फायदे
उप्र में 58,000 बीसी सखी तैयार

लखनऊ, 

  • महिलाओं को आत्मनिर्भर, सशक्त और रोजगार से जोड़ने की बड़ी पहल कर रही सरकार

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महिलाओं को रोजगार देने की दिशा में बड़ी पहल की है। गांव-गांव तक बैंकिंग सेवाओं को पहुंचाने के लिए राज्य सरकार ने 17500 बीसी सखी (बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट) बनाने का काम पूरा कर लिया है।

प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि 17500 बीसी सखी का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है और उनको पैसा हस्तांतरित किया जा रहा है। इसके अलावा 58 हजार बीसी सखी को प्रशिक्षण देने का काम तेज गति से किया जा रहा है। 

सरकार के इस प्रयास से बैंकिंग सेवाएं लोगों के घरों तक पहुंची हैं। ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को अपने बैंक खातों से धनराशि निकालने और उसे जमा करने में बड़ी आसानी हुई है। उनका बैंक शाखाओं तक जाने का खर्चा बच रहा है और घर के करीब ही बैंक के रूप में बीसी सखी मिल जा रही हैं।

यह भी पढ़ें - बृज तीर्थ विकास परिषद के तर्ज पर चित्रकूट धाम विकास बोर्ड बनाएगी यूपी सरकार

  • बैंकिग सेवाओं को गांव-गांव तक पहुंचाने के लिए 17500 बैंक सखी का प्रशिक्षण हुआ पूरा

राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने के लक्ष्य को पूरा करने के लिए मिशन रोजगार, मिशन शक्ति और मिशन कल्याण योजनाओं को शुरू किया है। इसके तहत तैयार किये गये मास्टर प्लान को सरकार से सम्बद्ध संस्थान तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। इस क्रम में बैंक ऑफ बड़ौदा और यूको बैंक के सहयोग से यूपी इंडस्ट्रियल कंसलटेंट्स लिमिटेड (यूपीकॉन) ने 1200 बीसी सखी (बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट) बना लिए हैं।

कम्पनी अगले साल तक 7000 बीसी सखी बनाने के लक्ष्य को पूरा करने में लगी है। गांव से लेकर शहरों में बीसी सखी 24 घंटे बैंकिंग सेवाएं दे रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की सभी महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए 22 मई 2020 से बीसी सखी योजना की शुरुआत की। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश राज्य की सभी महिलाओं को रोजगार के नए अवसर मिले हैं।

यह भी पढ़ें - रोजगार देने में नंबर वन पर उप्र की एमएसएमई, दूसरे नंबर पर गुजरात

  • राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की बड़ी पहल में यूपीकॉन भी बना सहयोगी, बनाए 1200 बीसी सखी

उत्तर प्रदेश् राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से प्रदेश में 30 हजार हजार बीसी सखी बनाने का कार्यक्रम बैंक ऑफ बड़ौदा के साथ मिलकर किया जा रहा है। यूपी इंडस्ट्रियल कंसलटेंट्स लिमिटेड (यूपीकॉन) इसमें भी सहयोगी की भूमिका निभा रहा है। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति, वित्त एवं विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से 500 अनुसूचित जाति के युवक-युवतियों को रोजगार के अवसर देते हुए बीसी सखी बनाए हैं। 

बीसी सखी बनाने के लिए पूर्व सैनिकों, पूर्व शिक्षकों, पूर्व बैंककर्मियों और महिलाओं को प्राथमिकता दी गई है। बीसी सखी बनने के लिए योग्यता में 12वीं कक्षा पास होना अनिवार्य किया गया है। अभ्यर्थी को कम्यूटर चलाना आना चाहिए, उसपर कोई वाद या पुलिस केस नहीं होना चाहिए। ऐसे अभ्यर्थी के चयन से पहले एक छोटी सी परीक्षा भी ली जाती है। इसमें उत्तीर्ण होने वाला अभ्यर्थी बीसी सखी बन सकता है।

यह भी पढ़ें - 69 हजार शिक्षक भर्ती : 28 व 29 जून को होगी दस्‍तावेजों की जांच, 30 जून को मिलेगा निुयक्ति पत्र

  • इज्जतदार काम मिला और लोगों की सेवा का अवसर भी 

बड़हलगंज जिला गोरखपुर में बीसी सखी योजना से जुड़ने वाले धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि वो पहले वस्त्र उद्योग से जुड़े थे। बीसी सखी योजना से जुड़ने के बाद उनको काफी फायदा हुआ। उनका कहना है कि इज्जदतार काम मिलने के साथ लोगों की सेवा का भी बड़ा अवसर मिला है। लोगों को तत्काल बैंकिंग सेवा मिलने से खुद को भी खुशी होती है।

यह भी पढ़ें - आखिर Khan Sir का पूरा नाम क्यों पूछा जा रहा है, जानिये कहाँ से शुरू हुआ ये पूरा विवाद

  • योजना से जुड़कर प्रत्येक माह मिलने लगी एक निश्चित आमदनी 

कस्बा सेथल जिला बरेली के आसिफ अली ने बताया कि बीसी सखी बनने के बाद भविष्य सुरक्षित करने के लिए प्रत्येक माह एक निश्चित आमदनी का माध्यम बना है। इससे पहले मैं ऑनलाइन कैफे चलाता था, ऑनलाइन आधार बनाने का भी काम करता था। इन सेंटरों के बंद होने के बाद रोजगार नहीं था। इसके बाद बीसी सखी योजना से जुड़कर एक स्थायी रोजगार मिला है। 

यह भी पढ़ें -  कृति सेनन ने पोस्ट कीं ऐसी दमदार तस्वीरें जिसे देख अमिताभ कमेंट करने को हुए मजबूर

  • लोगों का बैंकों में लाइन लगाना हुआ बंद

लखनऊ में नक्खास निवासी मोहसिन मिर्जा ने बताया कि बीसी सखी योजना के तहत बैंकिंग सेवाओं को देना रोजी-रोटी का बेहतर साधन बना है। सबसे अधिक फायदा इससे बैंक के ग्राहकों को हुआ है। उनको बैंक में लाइन लगाने और समय लगाना बन्द हो गया है और बैंक तक जाने का किराया भी उनका बचा है। छोटे स्तर पर बैंकिंग सेवाएं लोग हमारे केंन्द्रों से ले रहे हैँ। 

यह भी पढ़ें - सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार को कोरोना काल में श्रमिकों की व्यवस्था के लिए सराहा

  • बैंकिंग सेवाओं को आसानी से प्राप्त करने की बड़ी पहल 

सोनभद्र के भगवान दास बताते हैं कि बीसी सखी योजना से उनको रोजगार मिला है। प्रत्येक माह उनकी आमदनी बढ़ती जा रही है। सबसे अधिक सुविधा ग्राहकों को मिली है। सरकार की ओर से बैंकिंग सेवाओं की बड़ी सौगात खासकर गांव के लोगों को दी गई है। ग्रामीण पहले बैंक से पैसा निकालने और जमा करने में आने-जाने में जो खर्चा करते थे उसकी भी बचत हो रही है। 

यह भी पढ़ें - धर्मांतरण मामले में ईडी के बाद आयकर विभाग भी जांच में सक्रिय

हि.स

What's Your Reaction?

Like Like 3
Dislike Dislike 0
Love Love 1
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 1