बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय को मिला “ए ग्रेड”, कुलपति प्रो. एस.वी.एस. राजू के नेतृत्व में ऐतिहासिक उपलब्धि

बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए...

Jul 2, 2025 - 18:09
Jul 2, 2025 - 18:37
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बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय को मिला “ए ग्रेड”, कुलपति प्रो. एस.वी.एस. राजू के नेतृत्व में ऐतिहासिक उपलब्धि
फ़ाइल फोटो

बाँदा।बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने शिक्षा, शोध और नवाचार के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) से "ए ग्रेड" प्राप्त किया है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय के लिए एक गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है। प्रदेश के चार कृषि विश्वविद्यालयों में से यह दूसरा विश्वविद्यालय है जिसे यह सम्मान प्राप्त हुआ है।

विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर माननीय राज्यपाल एवं कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कुलपति प्रो. एस.वी.एस. राजू, नैक टीम, शिक्षकों, अधिकारियों और विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई दी है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि विश्वविद्यालय आगे भी अकादमिक उत्कृष्टता, नवाचार और समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में इसी तरह अग्रसर रहेगा।

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गुणवत्तापूर्ण कार्यों का परिणाम

NAAC द्वारा विश्वविद्यालय को सात मानकों पर मूल्यांकन कर यह ग्रेड प्रदान किया गया है, जिनमें प्रमुख हैं:

  1. पाठ्यक्रम एवं शिक्षण

  2. अनुसंधान, नवाचार व विस्तार

  3. बुनियादी ढाँचा

  4. छात्र सहायता व प्रगति

  5. शासन व प्रबंधन

  6. मूल्य आधारित शिक्षा

  7. सर्वोत्तम शैक्षणिक प्रथाएँ

नेतृत्व और समर्पण का परिणाम

कुलपति प्रो. राजू ने बताया कि यह उपलब्धि सभी संकाय सदस्यों, शोधार्थियों, छात्रों और गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है। कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात उन्होंने नियमित समीक्षाएं, योजनाएं एवं सुधार कार्य किए, जिससे विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मजबूत हुई।

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भविष्य की योजनाएँ:

प्रो. राजू ने बताया कि भविष्य में विश्वविद्यालय द्वारा—

  • डिजिटल लर्निंग प्लेटफॉर्म, ऑनलाइन मूल्यांकन और डेटा एनालिटिक्स को अपनाया जाएगा,

  • शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए शोध केंद्रों को सशक्त किया जाएगा,

  • राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से सहयोग कर क्षेत्रीय कृषि को समृद्ध किया जाएगा,

  • पशु पालन व खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालयों का संचालन व्यापक स्तर पर किया जाएगा,

  • छात्रों के लिए करियर परामर्श, छात्र-कल्याण कार्यक्रम, संस्थान विनिमय कार्यक्रम, और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे।

कुलपति का आभार:

प्रो. राजू ने राज्यपाल महोदया, अपर मुख्य सचिव डॉ. सुधीर एम. बोबडे, विशेष कार्याधिकारी प्रो. पंकज एल. जानी तथा विश्वविद्यालय की प्रबंध परिषद के सभी सदस्यों के सतत मार्गदर्शन व सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस.के. सिंह ने नैक प्रक्रिया की संक्षिप्त यात्रा साझा की। समारोह में विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, निदेशक, अधिष्ठाता, शिक्षकगण, कर्मचारी, छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।

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