ज्यादा सम्पर्क में आने वाले लोगों का चौराहों पर हो रहा कोरोना का रैपिड टेस्ट

कोरोना कि सम्भावित तीसरी लहर को लेकर जनपद का स्वास्थ विभाग सतर्क है। जिसको लेकर जगह-जगह चौराहों पर निकलने वाले नागरिकों..

ज्यादा सम्पर्क में आने वाले लोगों का चौराहों पर हो रहा कोरोना का रैपिड टेस्ट
रैपिड टेस्ट (rapid test)

कानपुर, 

कोरोना कि सम्भावित तीसरी लहर को लेकर जनपद का स्वास्थ विभाग सतर्क है। जिसको लेकर जगह-जगह चौराहों पर निकलने वाले नागरिकों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। यह टेस्ट उन सभी लोगों के बीच किया जाता है जो लोगों के ज्यादा सम्पर्क में आते हैं। इस टेस्ट में रास्ते में खड़े ट्रैफिक पुलिस कर्मी और होमगार्ड लोगों को इसके लिए जागरूक करते नजर आ रहे हैं।

जिस तरह कोरोना नाम की एक जानलेवा महामारी ने देश ही नहीं दुनिया में तबाही मचा दी थी और लाखों लोगों को अपनी जान गवांनी पड़ी थी। उसके बाद से देश और प्रदेश की सरकारें इस महामारी से निपटने के लिए सभी सम्भव कदम उठा रही हैं। देश में वैक्सिनेशन का महा अभियान चल रहा है।

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जिसके चलते करोड़ों की संख्या में लोगों को वैक्सीन भी लग गई हैं। वहीं आईआईटी जैसे संस्थानों व अन्य जानकरों द्वारा जब तीसरी लहर का अनुमान लगाया गया तब से जिले में वैक्सीनेशन और टेस्टिंग की प्रक्रिया तेज हो गई है।

जिले में इन दिनों नजारा तो कुछ इस तरह का है कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें चौराहों पर जांच की किट लेकर रास्ते से निकल रहे राहगीरों को जागरूक करते हुए उनकी सैम्पल लेकर टेस्टिंग कर रहीं हैं। इस टेस्टिंग में चौराहों पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस कर्मी और होमगार्ड स्वास्थ्य विभाग की टीम की भरपूर मदद कर रहे हैं।

उनके द्वारा रास्तों से निकल रहे लोगों को पहले कोरोना से बचाव के बारे में जानकारी दी जाती है। वहीं जो भी व्यक्ति मास्क नहीं लगाए हैं उनको मास्क भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के लक्षण होने पर उनकी उसी स्थान पर जांच की जाती है।

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हिन्दुस्थान समाचार से खास बातचीत में रैपिड रेस्पॉन्स टीम (आरआरटी) के जिला प्रभारी डॉक्टर नीरज सचान ने बताया कि यह रैपिड टेस्ट को इस वजह से किया जा रहा है ताकि कुछ ऐसे लोग हैं जो जल्दी-जल्दी और ज्यादा दूसरे लोगों के सम्पर्क में आते हैं, पर जांच के लिए सेंटर पर नहीं पहुंचते हैं।

इस कड़ी में सब्जी वाले, रिक्शा चालक, ट्रक चालक और होटल वाले समेत अन्य ऐसे लोग होते हैं जो लगातार अपरीचित लोगो के बीच रहते हैं और उनके सम्पर्क में भी आते हैं। इसी वजह से उनकी जांच से यह आंकड़ा सामने आता है कि कोरोना अन्य कम्युनिटी के लोगों में तो नहीं फैल रहा है। यह बहुत अच्छा तरीका है इससे तुरन्त रिपोर्ट आ जाती है और महामारी को लक्ष्ण व संक्रमित का पता लगाने में बहुत कारगार साबित हो रहा है।

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हि.स

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