बांदा के गांधी जमुना प्रसाद बोस का निधन
बांदा के गांधी के रूप में प्रसिद्ध प्रदेश सरकार में मंत्री रहे समाजवादी पार्टी के नेता जमुना प्रसाद बोस का आज राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में निधन हो गया..
बांदा के गांधी के रूप में प्रसिद्ध प्रदेश सरकार में मंत्री रहे समाजवादी पार्टी के नेता जमुना प्रसाद बोस का आज राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ में निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे और 1 सितंबर को कोरोना संक्रमित हो गए थे उनके निधन से पूरे शहर में शोक की लहर छा गई है।
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उनकी कल हालत बिगड़ गई थी जिससे उन्हें आईसीयू में रखा गया था। आज शाम उन्होंने अंतिम सांस ली 31 अक्टूबर 1925 को जन्म लेने वाले जमुना प्रसाद बोस का जीवन संघर्षमय रहा। उन्होंने पूरे जीवन में गरीबों के लिए संघर्ष किया। उन्हें न्याय दिलाने के लिए कई बार आंदोलन किए ।श्री बोस सबसे पहले 1974 विधायक बने थे और 1978 में राम नरेश यादव मंत्रिमंडल में पहली बार ग्राम विकास मंत्री बनाए गए थे उसके बाद बनारसी दास गुप्ता और मुलायम सिंह यादव के मंत्रिमंडल में भी मंत्री रहे।उनके निधन की खबर जनपद में आग की तरह फैल गई जिससे शोक की लहर छा गई है।
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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य विशंभर प्रसाद निषाद ने श्री बोस के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन भर गरीबों की लड़ाई लड़ी और संघर्ष किया इसलिए उन्हें बांदा के गांधी के रूप में जाना जाता है। उनके संघर्ष को बांदावासी भुला नहीं पाएंगे। बांदा ने श्री बोस के रूप में एक महान नेता खो दिया है।
बताते चलें कि जमुना प्रसाद बोस ने गोवा आंदोलन में भाग लिया था तभी उन्हें बोस की उपधि मिली थी। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और लोकतंत्र सेनानी भी थे।