कूप-मंडूप नहीं बनें, प्लानिंग को महत्व दें तभी पैरों को चूमेगी सफलता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

प्रशिक्षण का अपना महत्व होता है। परस्पर संवाद को आगे बढ़ाने, एक दूसरे के अनुभव को जानने और जहां कहीं भी अच्छा है..

कूप-मंडूप नहीं बनें, प्लानिंग को महत्व दें तभी पैरों को चूमेगी सफलता : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath)

लखनऊ,

  • मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश के नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों को दी बड़ी सीख

प्रशिक्षण का अपना महत्व होता है। परस्पर संवाद को आगे बढ़ाने, एक दूसरे के अनुभव को जानने और जहां कहीं भी अच्छा है उसे स्वीकार करने का अवसर प्रशिक्षण ही देता है। एक अच्छा शिक्षक वही होता है जो जीवन भर अच्छा छात्र बनने की कोशिश करता है। इसलिए प्रशिक्षण को हमारी निरंतरता का हिस्सा बनना चाहिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह बात मंगलवार शाम को योजना भवन में आयोजित नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों के एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहीं।

उन्होंने नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों से कहा कि हमें कूप-मंडूप नहीं बनना है, बल्कि जनविश्वास पर खरा उतरने को अपनी पहली प्राथमिकता बनाना है। इस अवसर पर पंचायत राज विभाग के मंत्री चौधरी भूपन्द्र सिंह, पंचायत राजमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी, अपर मुख्य सचिव ग्राम विकास मनोज कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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  • जनविश्वास पर खरा उतरने को बनाईये अपनी पहली प्राथमिकता : मुख्यमंत्री योगी

इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण में शामिल हुए जिला पंचायत अध्यक्षों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत एक बड़ी संस्था होती है। त्रिस्तरीय पंचायत की यह रीढ़ है। इस दृष्टि से आपकी बड़ी भूमिका है।

उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष अपने जनपदों में 15 लाख से 65 लाख की आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं। जितनी बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व आप करते हैं उतनी आबादी कई देशों की भी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता जनविश्वास पर खरा उतरना होनी चाहिये। उसके अनुरूप प्लानिंग को महत्व देंगे तो सफलता आपके पैरों को चूमते हुए दिखाई देगी।

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  • पंचायत राज विभाग के मंत्री चौधरी भूपन्द्र सिंह, पंचायत राजमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले एक अविश्वास का माहौल था, भय था, रोज एक नई भ्रष्टाचार की कथा देश में सुनने को मिलती थी। सात वर्ष पहले किसान देश में आत्महत्या कर रहा था। देश में रसोई गैस के कनेक्शन नहीं मिल रहे थे। वर्ष 2014 में मोदी जी का चुनाव होता है। लोगों ने सोचा था कि पता नहीं क्या होगा। उन्होंने अपने पहले भाषण में कहा कि आधार बनेगा गांव, गरीब, किसान, नौजवान और महिलाएं और समाज का हर वो तबका जो अपने को असुरक्षित समझता है।

उसके बाद संचालित एक-एक योजना में उनकी कही बातें झलकती हुई दिखाई देती हैं। जब जनधन एकाउंट खोले जाने पर लोगों ने कहा मजाक हो रहा है लेकिन यही जनधन एकाउंट कोरोना महामारी गरीबों के काम आए। जनधन एकाउंट केवल एक एकाउंट नहीं शासन की पारदर्शिता का आधार बना है। शासन एक हजार रुपये भेजता है तो वो सीधे एकाउंट में जाएगा।

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  • जिला पंचायत का अध्यक्ष अपने आप में एक ताकत

योगी ने कहा कि जिला पंचायत का अध्यक्ष अपने आप में एक ताकत है। एक आधार है, एक मंच है। जिस जिले में अध्यक्ष है उसके प्रथम व्यक्ति के रूप में बड़ी आबादी का प्रतिनिधित्व करते है। उनके पास जनता के लिए बहुत कुछ करने का अवसर है।

सीएम योगी ने कहा कि महत्व इस बात का नहीं कि आप कितने दिन जिये, बल्कि महत्व इस बात का है कि जितने दिन जिये पूरी प्रतिबद्धता के साथ और मजबूती के साथ जियें।

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  • पंचायतों को मिलेगा नवनिर्वाचित महिला जिला पंचायत अध्यक्ष के अनुभव का लाभ

मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला पंचायत अध्यक्षों में 56 फीसदी स्थान महिलाओं ने प्राप्त किए हैं। उनके पास अपना एक अनुभव होता है। गृहस्थी के संचालन का उससे अच्छा प्रबंधन दूसरा नहीं हो सकता। वही नींव है, आधार है। उनके अनुभव का लाभ जिला पंचायतों को मिलेगा।

उन्होंने महिला जिला पंचायत अध्यक्षों का आह्वान किया अपने अनुभव को लाभ आपकी संस्था को प्राप्त होना चाहिये। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश में 75 जनपद हैं। जिला पंचायतों के पास प्रदेश में 20,900 करोड़ रुपए पड़े हुए हैं। उसकी कार्ययोजना और प्राथमिकता तय करनी होगी।

शासन ने भी कुछ प्राथमिकता भेजी है। उसका समन्वय बनाते हुए कुछ मॉडल स्थापित कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने पंचायत अध्यक्षों से कहा कि मेरा अनुरोध है कि पांच वर्षों की प्राथमिकता तय करिये। उसकी कार्ययोजना आपके पास होगी तो आपका संदेश लोगों के जीवन में व्यापक परिवर्तन ला सकते हैं।

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  • जल जीवन मिशन को अपनी ग्राम पंचायतों में बढ़ाएं आगे: सीएम योगी

जल जीवन मिशन में हर घर नल की योजना चल रही है। ग्राम पंचायत को उसका आधार बनाया जा रहा है। हम ग्राम पंचायतों में उस कार्यक्रम को आगे बढ़ा सकते हैं। खास तौर पर हर घर में नल का कनेक्शन हो। यदि शुद्ध पानी मिलने से लोगों की आधी बीमारी खत्म हो सकती है। यानी कितना खर्चा उस व्यक्ति का बचेगा।

जल जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। वो शुद्ध मिले तो क्या हम ग्राम पंचायत के हर व्यक्ति को इसके लिए तैयार कर सकते हैं। यूजर चार्ज देकर शुद्ध पानी मिले तो उसको योजना से जोड़ना चाहिये। बीमारी का खर्चा हर परिवार का बच जाएगा। यही नहीं और बहुत सारे कार्य ऐसे हो सकते हैं।

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  • गौ आश्रय स्थलों को व्यवस्थित बनाने का शानदार कार्य करके दिखाएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित गौ आश्रय स्थलों को व्यवस्थित बनाने का शानदार कार्य करके दिखाएं। गोबर गैस प्लांट, गौ आधारित खेती से ग्राम पंचायतों को मजबूत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए लोगों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। तेल कम्पनियां इसमें मदद कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत अध्यक्षों की जिम्मेदारी है कि जो काम उनके क्षेत्र में हों उनके मानक, गुणवत्ता को जांचें और समयबद्ध तरीके से उस कार्य को पूरा कराएं। सरकारी सम्पत्तियों की सुरक्षा और उनका नुकसान नहीं होना चाहिये इसकी जिम्मेदारी पंचायत अध्यक्ष के नाते आपकी ही है।

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  • लोकभवन की तरह जिला पंचायत कार्यालयों पर जिले का उत्पाद करें डिस्प्ले

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिला पंचायत के हर जनपद में अपना कार्यालय और मुख्यालय होगा। हमने एक जनपद एक उत्पाद योजना चलाई है। मुख्यमंत्री कार्यालय (लोकभवन) के भूतल पर हर जनपद के हर उत्पाद को हमने डिस्प्ले किया है। आप भी अपने जनपद के उत्पाद का डिस्प्ले इसी तरह से कर सकते हैं। तो उस उत्पाद की ब्रांडिग होगी। जिला पंचायत में कोई अतिथि आता है तो आप उसको दिखाईये।

उन्होंने कहा कि आपको जिला पंचायत की आय बढ़ाने के प्रयास करने होंगे। राज्य सरकार एक नई योजना मातृभूमि योजना की शुरुआत करने जा रही है। अगर आपके यहां ग्राम सचिवालय या सामुदायिक भवन का निर्माण होना है तो आधा पैसा सरकार देगी और आधा पैसा गांव का कोई व्यक्ति देता है तो दोनों मिलकर उसको आगे बढ़ाएंगे। जो व्यक्ति धन देता है उसका शिलापट लगाइये।

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  • हमें लोगों को शासन और योजनाओं के साथ जोड़ना होगा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पंचायत अध्यक्षों से कहा कि विभाग के मुखिया के रूप में औपचारिकता का भाव नहीं होना चाहिये। पंचायतों को परिवार की तरह संचालित करने का भाव होना चाहिये। वो हमारे जीवन का यशस्वी बनाता है और हमको आगे बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के पास बहुत सम्भावनाएं हैं, जिसको आप आगे बढ़ा सकते हैं।

कहा कि जैसे हमने ऑपरेशन कायाकल्प शुरू किया। जन सहयोग से बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में बुनियादी सुविधाएं दीं। देखते-देखते परिवर्तन शुरू हुआ। हमें सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि आप लोग भी अपने यहां यह कार्य कर सकते हैं। जिस ग्राम पंचायत से आते हैं उसके विद्यालय को, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को गोद लेकर वहां पर जाने का सड़क, खेल का मौदान, ओपन जिम के निर्माण की कार्रवाई कर सकते हैं। हमें लोगों को शासन और योजनाओं के साथ जोड़ना होगा।

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हि.स

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