बांदा, जिले में अवैध बालू खनन और परिवहन पर लगाम कसने के लिए प्रशासन की संयुक्त टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। फरवरी और मार्च माह में हुई छापेमारी में अवैध खनन और ओवरलोडिंग के मामलों में कड़ी कार्रवाई की गई है, लेकिन बालू माफिया अपनी गतिविधियों से बाज नहीं आ रहे।
संयुक्त टीम ने फरवरी महीने में जिले की चार बालू खदानों पर छापा मारकर अवैध खनन पाए जाने पर 1.25 करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया। वहीं, फरवरी और मार्च के दौरान करीब 200 से अधिक ओवरलोड और अवैध रूप से परिवहन कर रहे ट्रकों को पकड़ा गया और संबंधित थानों के सुपुर्द कर दिया गया।
जिलाधिकारी जे. रीभा के निर्देश पर राजस्व और खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने सदर तहसील के पथरी स्थित खदान (खंड संख्या-03) में छापेमारी की, जहां स्वीकृत क्षेत्र से बाहर 6,854.50 घनमीटर बालू का अवैध खनन पाया गया। इसके अलावा, मौके पर 5 वाहन बिना ई-रवन्ना के मिले। इस पर खदान संचालक मयूरा बाक्साईट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रवीश कुमार गम्बर (निवासी बिलासपुर, छत्तीसगढ़) पर 63.19 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
इसी तरह, बेंदाखादर स्थित खदान (खंड संख्या-03) में स्वीकृत क्षेत्र से बाहर 3,364.50 घनमीटर बालू का अवैध खनन मिला। इस पर खदान संचालक पहलवान ट्रेडर्स के प्रोपराइटर कैलाश सिंह यादव (निवासी रायबरेली रोड, लखनऊ) पर 30.28 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया।
मरौलीखादर स्थित खदान (खंड संख्या-05) में भी 1,150 घनमीटर बालू का अवैध खनन पाया गया, जिसके चलते खदान संचालक डेस्कान बिल्डटेक के निदेशक संजीव गुप्ता (निवासी किदवई नगर, कानपुर) पर 10.35 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
नरैनी तहसील के निहालपुर स्योंढ़ा खदान में भी छापेमारी के दौरान 2,452.50 घनमीटर बालू का अवैध खनन मिला, जिस पर खदान संचालक पर 22.07 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
संयुक्त टीम ने फरवरी माह में 74 ट्रकों को अवैध परिवहन करते पकड़ा था, जबकि मार्च के पहले 9 दिनों में ही 133 ट्रक अवैध रूप से बालू लेकर जाते हुए पकड़े गए। सभी जब्त वाहनों को संबंधित थानों में भेज दिया गया है। यह जानकारी खनिज अधिकारी द्वारा दी गई है।