बाँदा : दिल्ली व लखनऊ के बाद अब बुंदेलखंड में संक्रामक रोगों की ओपीडी सेवा शुरू
संक्रामक रोगों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग बेहद संजीदा है। गंभीर मरीजों को बीमारी..
बांदा मेडिकल कालेज में शुरू हुई सुविधा
संक्रामक रोगों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग बेहद संजीदा है। गंभीर मरीजों को बीमारी की पहचान के लिए अब दिल्ली व लखनऊ का रुख नहीं करना पड़ेगा। लोगों को बेहतर और कारगर इलाज मुहैया कराने के लिए राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कालेज में इनफेक्शियस डिजीज (संक्रामक रोग) की पहचान के लिए ओपीडी सेवा शुरू की गई है।
स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को देखते हुए संक्रामक रोगों की अत्याधुनिक तरीके से रोकथाम, डायग्नोसिस एवं इलाज के लिये विशेष संक्रामक रोग (इनफेक्शियस डिजीज) ओपीडी की शुरुआत की गई है। यह सुविधा अभी तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली एवं संजय गांधी पीजीआई, लखनऊ जैसे संस्थानों में उपलब्ध थी।
यह भी पढ़ें - बांदा में 25 आयुष चिकित्साधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित
अब यहां मरीजों को जटिल इन्फेक्शन के सफल इलाज के लिये दूर भटकना नहीं पड़ेगा। लंबे समय से बीमार व गंभीर मरीजों के सैंपल की अत्याधुनिक मशीनों से जांच होगी, जिससे मरीज में संक्रमण का पता चल सकेगा। इस इनफेक्शियस डिजीज (आईडी) ओपीडी एवं प्वाइंट आफ केयर एडवांस टेस्टिंग फैसिलिटीध्लैब मेडिसिन के संचालन माइक्रोबायोलॉजिस्टध्इनफेक्शियस डिजीज (संक्रामक रोग) विशेषज्ञ द्वारा किया जाएगा।
मेडिकल कालेज प्राचार्य डा. मुकेश यादव ने बताया कि यह सुविधा कई बड़े इंस्टीट्यूट एवं विकसित देशों में उपलब्ध है। यह कदम स्वास्थ्य सेवाओं को नई दिशा प्रदान करेगा। बुंदेलखंड के झांसी, बांदा, हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट सहित सीमावर्ती मध्य प्रदेश के पन्ना, सतना, छतरपुर, टीकमगढ़ इत्यादि जनपदों के मरीजों के लिए एक वरदान साबित होगी।
यह भी पढ़ें - चित्रकूट : कांग्रेस नेता व उसके भतीजे का हत्यारा गिरफ्तार
टेस्टिंग फसिलिटी व लैब मेडिसिन की सुविधा जल्द
यह सेवा ओपीडी ब्लॉक में मेडिसिन बहिरंग के कंसल्टेंट रूम नंबर तीन से संचालित की जा रही है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डा.निशांत कुमार और डा.एसके कौशल ने बताया कि इस ओपीडी के समानांतर ही एक प्वाइंट ऑफ केयर एडवांस टेस्टिंग फैसिलिटी एवं लैब मेडिसिन का भी संचालन प्रस्तावित है।
जल्द ही इसकी शुरुआत होगी।
यह भी पढ़ें - चित्रकूट में 11 मार्च से शुरू होगा पांच दिवसीय राष्ट्रीय रामायण मेला