दूसरे दिन भी वैक्सीनेशन जारी रहा,अपर जिलाधिकारी ने लगवाया टीका
कोरोना वायरस से बचाव के लिए बनी वैक्सीन 16 जनवरी से लगनी शुरू हो चुकी है पहले चरण में..

कोरोना वायरस से बचाव के लिए बनी वैक्सीन 16 जनवरी से लगनी शुरू हो चुकी है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगा, जबकि दूसरे चरण में फ्रंट लाइन वर्कर पुलिसकर्मी, नगर निकाय कर्मी आदि शामिल हैं।
दूसरे चरण के तहत शुरू हुए वैक्सीनेशन कार्यक्रम को अब तेज किया जा रहा है। ताकि, जल्द से जल्द लक्षित लोगों को टीकाकृत किया जा सके। शुक्रवार को दूसरे दिन 1350 कर्मियों को टीका लगना थे। दोपहर दो बजे तक 426 कर्मियों को टीके लगाए गए।
सरकार के निर्देशानुसार टीकाकरण के लिए जिले में कुल छह स्थानों पर टीका देने की व्यवस्था की गई है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एनडी शर्मा ने बताया कि गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी केंद्रों में सुबह पुलिसकर्मियों संग अन्य फ्रंट लाइन वर्कर्स को टीके लगाए गए।
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जिला अस्पताल में 306, मेडिकल कालेज में 374, विकास भवन में 123, पुलिस लाइन में 250, बिसंडा में 129 तिंदवारी में 114 कर्मियों को टीका लगना था। इसके सापेक्ष दोपहर दो बजे तक 426 को टीका लगाया गया।
कोरोना का टीका लगवाते हुए अपर जिलाधिकारी संतोष बहादुर सिंह ने कहा कि वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है। कोरोना महामारी से बचने का एक मात्र सरल उपाय बताया। उन्होंने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें, अपनी बारी आने पर टीका जरूर लगवाएं।
]जनपद में अभी तक किसी भी कर्मी को कोई दुष्प्रभाव नहीं हुआ है। सभी पूरी तरह ठीक और स्वस्थ्य हैं। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से खुद भी बचें और परिवार को इस खतरे से दूर रखें। जिला अस्पताल में यूनिसेफ जिला समन्वयक फुजैल सिद्दीकी, सीएमएस डा. उदयभान सिंह सहित स्टाफ मौजूद रहा।
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स्वास्थ्य कर्मियों को दोबारा मिलेगा मौका
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.एनडी शर्मा ने बताया पहले चरण में कुछ लोग टीका लेने से वंचित रह गए थे। उन छूटे हुए लोगों को भी टीकाकृत किया जाएगा।
उन्होंने बताया जितने भी स्वास्थ्य कर्मी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता टीका लेने से वंचित रह गए हैं, उनकी सूची तैयार कर ली गई है।
साथ ही विभाग स्तर पर यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि किन कारणों के कारण छूटे हुए लोग टीका नहीं ले सके हैं। ताकि कारणों का पता कर उनको वर्गीकृत किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार ने पूर्व में ही निर्देश जारी किया है कि किसी को भी टीका लेने के लिए दबाव नहीं दिया जाएगा।
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