परहन पुरवा मे 200 साल पुराने प्रसिद्ध हनुमान मंदिर मे श्रीमद भागवत कथा
परहन पुरवा मे 200 साल पुराने प्रसिद्ध हनुमान मंदिर मे स्वामी वेंकटेश जी महाराज द्वारा श्रीमद भागवत कथा का..
परहन पुरवा मे 200 साल पुराने प्रसिद्ध हनुमान मंदिर मे स्वामी वेंकटेश जी महाराज द्वारा श्रीमद भागवत कथा का रसपान चल रहा है। जहां हजारों की संख्या में अगल-बगल के गांवों और दूर-दराज के श्रोता गण आनंद रस में डुबकी लगा रहे हैं।
व्यंकटेश महाराज ने कहां कि यहां की भूमि इतनी पावन है कि यहां पर रहने वाले अपने आप साधू बन जाते हैं। इस भूमि पर रहकर भी अगर एकत्रीकरण एकीकरण की भावना नही आती है तो फिर आपकी निष्ठा में कमी है।
परमार्थ के काम में कोई हर्ष विषाद नही होता। प्रभु श्री राम के विवाह की पूरी घटना का वर्णन मां सीता के जय माल के साथ खत्म हुआ।
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कहते हैं कि यह क्षेत्र एकदम निर्जन और वीरान था जहां भूत प्रेत और सायों का वास था। वर्षों पूर्व यहां महंत श्री हरे श्याम गिरजा जी उर्फ बम बम महाराज जूना अखाड़ा आए थे जिन्होंने यहां एक विशाल यज्ञ करवाया और अपने तप से इस भूमि को पवित्र किया।
उनके चमत्कारों के बारे में तमाम किस्से यहां प्रचलित हैं उनमें से एक आश्चर्यचकित करने वाला यज्ञ हो रहा था। सुहाना गांव के सेन समाज का एक बच्चा भी इस कार्यक्रम में शामिल था अचानक उस बच्चे के ऊपर कोई सै सवार हो गई और वह पछाड़ खाकर गिर पड़ा कुछ देर तड़पा और मर गया।
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सारे लोग व्यथित हो गये कोहराम मच गया। लोगों के मन में तमाम प्रकार की भ्रांतियां पनपने लगी। कुछ भक्त उठाकर उसे महाराज बमबम जी के समक्ष लेकर आए और उस बालक को देखने के लिए कहा।
महाराज ने कहा यह मर गया है इसको यहां से ले जाओ लेकिन उनके भक्तों ने उनसे निवेदन किया महाराज यह स्थान सैकड़ों सालों से निर्जन था आपकी कृपा से आज यहां एक पवित्र स्थल बन गया है।
अगर इस बालक को कुछ हो गया तो जनमानस की आस्था में कुठाराघात हो जाएगा यह स्थान फिर निर्जन और विरान हो जाएगा।
अब देखना यह है महाराज तो अपनी उम्र के 20 वर्ष पहले ही दुनिया से विदा हो गए लोगों की निगाह उस बालक पर है जिसकी उम्र गुरुजी के अनुसार अभी 10 वर्ष और बकाया है ऐसे बहुत से किससे महाराज और उस स्थान के बारे में कहे जाते हैं।
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