महिला कल्याण निगम अध्यक्ष ने सरैया ग्रामवन में नवग्रह वृक्षारोपण कर महोत्सव का किया शुभारंभ
उप्र गहिला कल्याण निगम अध्यक्ष (राज्य मंत्री स्तर) कमलावती सिंह की अध्यक्षता व मंडलायुक्त अजीत कुमार...

बच्चे को मां और प्रकृति मानव को सहेजती: अध्यक्ष
‘खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़ का आयुक्त ने दिया संदेश
चित्रकूट। उप्र गहिला कल्याण निगम अध्यक्ष (राज्य मंत्री स्तर) कमलावती सिंह की अध्यक्षता व मंडलायुक्त अजीत कुमार, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, प्रभागीय वनाधिकारी प्रत्युष कुमार कटियार, डीसीबी अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा, ब्लॉक प्रमुख मानिकपुर अरविंद मिश्रा की उपस्थिति में वृक्षारोपण महोत्सव का शुभारंभ उमरी वन’ में सरस्वती मां के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष ने नीम, पीपल व बरगद के पौधे लगाए। डीएफओ ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि 74 लाख पौधरोपण का जनपद को लक्ष्य दिया गया है।
अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में 37 करोड़ लक्ष्य मुख्यमंत्री ने निर्धारित किया है। उन्होंने डीएम के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि कानपुर में मिलकर कार्य किया जो अच्छा रहा, आज मौका यहां मिला है। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा यह योजना चलाई जा रही है लेकिन अब सही मौका मिला है। उन्होंने कहा कि महिला और वन दोनों ही पालनहार है। यह शक्ति स्वरुपा है। मां जिस तरह से अपने बच्चों को सहेजती है उसी तरह प्रकृति भी मानव को सहेजती है। कहां कि पहले लोगों द्वारा पंचवटी का वृक्षारोपण किया जाता था। आने वाले समय में मुख्यमंत्री के निर्देश है कि 37 करोड़ वृक्षारोपण करना है। पर्यावरण की दृष्टि से प्रभु श्रीराम की तपोभूमि महत्वपूर्ण है। एक पेड़ मां के नाम अवश्य लगाएं एवं रखवाली स्वयं करें।
मंडलायुक्त ने कहा कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक की कड़ी मेहनत से अपनी टीम के साथ वृक्षारोपण में अच्छा कार्य किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक स्लोगन में कहा कि खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़। इसको सभी को सफल बनाना है। उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी नहीं है। इच्छाशक्ति को मजबूत करना होगा। पेड़ के महत्व को समझे। यूथ में परिवर्तन करना जरूरी है और इन्हें वृक्षारोपण से जोड़ें। डीएम ने कहा कि सभी लोग पेड़ लगाने के साथ उसे बचाए। स्कूलों में भी वृक्षारोपण के साथ अभिभावकों को भी पौधे दिया है एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, किसान को बागवानी के साथ जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि किसान सम्मन निधि प्राप्त करने वाले एवं नया बीज प्राप्त करने वाले किसानों को भी वृक्षारोपण कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रभागीय बना अधिकारी द्वारा जनपद के कई बड़े स्थल चिन्हित कर ग्राम वन, उपवन वन, सूर्यवन आदि वन बनाकर पौधे लगाए जा रहे हैं। मंदाकिनी के किनारे 1 लाख 21 हजार पौधे लगेंगें। एसपी ने कहा कि प्रकृति में जो जीवन है उसमें सबसे बड़ा योगदान वनस्पतियों का है। उन्होंने कहा कि दीर्घगामी सोच के साथ आगे बढ़े। कहा कि मानव जब जंगलों को साफ कर खेती करने लगे तो जलवायु परिवर्तन होने लगा। इसका संतुलन बनाने को वृक्षारोपण जरूरी है। इसके बाद सरैया के ग्राम वन में नवग्रह वृक्षारोपण किया गया। कार्यक्रम में विज्ञान फाउंडेशन बरगढ़ एवं प्रयागराज से आए युवक, युवतियों नुक्कड़ नाटक भी किया। मुख्य अतिथि, अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों ने छात्र, छात्राओं को पौधे बांटे। संचालन शिक्षक साकेत बिहारी शुक्ला, गरिमा सिंह ने किया। दयाराम रैकवार ने भगवान रामचंद्र के तपोभूम एवं एक पेड़ मां के नाम पर गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डीसी एनआरएलएम ओपी मिश्रा, अपर प्रभागीय वनाधिकारी राजीव रंजन सिंह, जिला महामंत्री आलोक पांडेय, अंजू वर्मा आदि जनप्रतिनिधि, अधिकारी मौजूद रहे।
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