मंदाकिनी नदी पुर्नजीवन एवं वृक्षारोपण के संबंध में हुई समीक्षा बैठक

मंडल आयुक्त सम्भाग रीवा बीएस जामोद की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, जिलाधिकारी सतना...

Jun 7, 2025 - 10:49
Jun 7, 2025 - 10:50
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मंदाकिनी नदी पुर्नजीवन एवं वृक्षारोपण के संबंध में हुई समीक्षा बैठक

मंदाकिनी-कामदगिरि को संजोने के लिए उप्र और मप्र मिलकर करें कार्य : आयुक्त

वृहद कार्य योजना बनाने पर अफसरों ने की चर्चा

चित्रकूट। मंडल आयुक्त सम्भाग रीवा बीएस जामोद की अध्यक्षता एवं जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन, जिलाधिकारी सतना डॉ सतीश कुमार एस की उपस्थिति में मंदाकिनी नदी पुर्नजीवन एवं वृक्षारोपण के संबंध में समीक्षा बैठक महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय सतना में संपन्न हुई। 

बैठक में मंडलायुक्त ने कहा कि मंदाकिनी नदी व कामदगिरि पर्वत मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के दोनों जनपदों की पहचान है। उन्हें कैसे जीवित रखा जाए एवं मंदाकिनी नदी व कामदगिरि पर्वत को अपने नेचुरल रूप धारण के लिए इस पर वैज्ञानिक रूप से विचार विमर्श करने की जरूरत है। मंडला आयुक्त ने कहा कि मंदाकिनी नदी में जो नाले गिरते हैं एवं कौन-कौन से गांव मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के हैं। कितना वन विभाग की जमीन है। कितने भूमि पर सधन वन है एवं कितने भूमि राजस्व की है इस पर कार्य योजना बनाकर कार्य करेंगे। तभी इन दोनों धार्मिक स्थलों को पुनर्जीवित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बरसात के पानी को कैसे रोके जिससे पानी का रिचार्ज हो एवं समस्या का समाधान हो सके। इस पर कार्य करने की जरूरत है। वृक्षारोपण के संबंध में प्रभागीय वनाधिकारी सतना ने कहा कि जनपद में नदी किनारे 2 लाख 75 हजार वृक्षारोपण किया जाएगा। जिलाधिकारी चित्रकूट ने वृक्षारोपण के संबंध में मंडलाआयुक्त को अवगत कराया की जनपद में सभी विभागों को टारगेट दिया गया है जो मंदाकिनी नदी के किनारे पौधे लगाए जाएगें। उन्होंने कहा कि शासन का निर्देश है कि नदियों के किनारे वृक्षारोपण अधिक से अधिक कराए। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद के नदी किनारे 1 लाख 61 हजार वृक्षारोपण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 60 हजार वृक्षारोपण के लिए गड्ढे खोदे गए हैं एवं सात बड़े स्पाट वृहद वृक्षारोपण के लिए जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों द्वारा लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ग्रामीण क्षेत्रों में 35 ग्राम वन बनाया गया था। इस वर्ष 29 ग्राम वन बनाया जा रहा है। कहा कि जमीन मिलने पर और बृहद वृक्षारोपण कराया जाएगा। यह भी बताया कि किसानों को फलदार वृक्ष दिया जा रहा है। मंडलायुक्त ने प्रभागीय वनाधिकारी सतना को निर्देशित किया कि प्राइवेट क्षेत्र के साथ किसानों से भी वृक्षारोपण कराए। यह भी कहा कि बुंदेलखंड की वातावरण के अनुसार अधिक से अधिक वृक्षारोपण लगाया जाए।

मां मंदाकिनी नदी की सफाई के संबंध में अधिशासी अभियंता सिंचाई एवं जल संसाधन एसके प्रसाद ने बताया कि एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है। नदी में जो काई के समान जल पौधे निकलते हैं उसकी सफाई के लिए आईटी रुड़की में शोध के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आते ही उसकी सफाई की जाएगी। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी ने बताया कि नगर पालिका के अंतर्गत 10 नाले पड़ते हैं। सभी पर जाली लगाई गई है। उन्होंने कहा कि कुछ नालों की टैपिंग भी कराई गई है। मंडलायुक्त ने कहा कि मंदाकिनी नदी के किनारे होटल भी हैं। जिनका सीवेज नदी में जाता है उनसे भी वार्ता करना होगा। उन्होंने कहा कि जो भी चर्चा हुई है उस पर संबंधित विभाग कार्य योजना बनाकर कार्य करेंगे। तभी मंदाकिनी नदी की सफाई हो पाएगी। कहां की संयुक्त रूप से मीटिंग जहां करेंगे वहां के ग्राम प्रधान को भी बुलाएं। उन्होंने कहा कि मंदाकिनी के सफाई के लिए सभी को जागरूक करने की आवश्यकता है। कहां कि इस प्रोजेक्ट में टाप पर ले जाना है। कहा कि मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश मिलकर कार्य करेंगे तभी मंदाकिनी नदी का जीर्णोद्धार हो सकेगा। इस अवसर पर जिला पंचायत अधिकारी सतना संजना, प्रभागीय वनाधिकारी सतना, डीसी मनरेगा धर्मजीत सिंह, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सुधीर कुमार सहित दोनों जनपद के सिंचाई विभाग से संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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