केसीएनआईटी में अनऐडेड स्कूल मैनेजर्स मीट का हुआ भव्य आयोजन
बुन्देलखण्ड अनऐडेड स्कूल ऐसोसिएसन बाँदा के तत्वाधान में अनऐडेड स्कूल मैनेजर्स मीट का आयोजन काली चरण निगम इन्स्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलौजी के प्रांगण में किया गया..
शिक्षा का आधार बच्चे की प्रतिभा को निखारना होगा ना कि अधिक नंबर लाना- श्वेता अरोड़ा
बुन्देलखण्ड अनऐडेड स्कूल ऐसोसिएसन बाँदा के तत्वाधान में ’’अनऐडेड स्कूल मैनेजर्स मीट’’ का आयोजन काली चरण निगम इन्स्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलौजी के प्रांगण में किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती श्वेता अरोड़ा, क्षेत्रीय अधिकारी सी.बी.एस.ई. प्रयागराज, रहीं विशिष्ट अतिथियों में नेशनल अनऐडेड स्कूल ऐसोसिएसन के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा, सी.बी.एस.ई. स्कूल मैनेजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्याम पचैरी, उपाध्यक्ष पुष्प अग्रवाल एवं वक्ता मुरलीधर यादव एवं कन्फेडरेशन ऑफ़ अनऐडेड स्कूल के अध्यक्ष विशाल जैन एवं सचिव राहुल केशरवानी जी रहें।
मीटिंग ’’नई शिक्षा नीति’’ कोविड-19 का स्कूली शिक्षा पर प्रभाव एवं इसका निवारण एवं शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए पर चर्चा किया गया। सभा का प्रारम्भ मुख्य अतिथि एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया, तत्पश्चात संस्था के अध्यक्ष श्री नवल किशोर चैधरी ने मुख्य अतिथि एवं उपस्थित अन्य लोगो का स्वागत किया एवं सभा के विषय एवं उद्देश्यों के बारे में बताया एवं अतिथियों को सम्बोधन के लिए आमंत्रित किया।
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कार्यक्रम की मुख्य अतिथि श्वेता अरोड़ा, क्षेत्रीय अधिकारी सी.बी.एस.ई. प्रयागराज, ने अपने सम्बोधन में ’’नई शिक्षा नीति’’ पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस नयी शिक्षा नीति में बहुत से भाग ऐसा जिसे सी.बी.एस.ई. के विद्यालय अपने यहां पहले से ही संचालित कर रहें हैं। इसमें शिक्षा का आधार बच्चे की प्रतिभा के निखारना होगा न कि अधिक नम्बर लाना। अरोड़ा जी ने इस बात पर जोर देकर कहा बच्चों को गुणवत्ता परक शिक्षा देने के लिए स्कूल प्रबन्धन को अपने शिक्षकों की योग्यता एवं क्षमता को बढ़ाने के लिए ध्यान देना चाहिए। जैसे स्कूल प्रबन्धक की कर्तव्यनिष्ठा स्कूल को चलाती है वैसी ही शिक्षक की कर्तव्यपरायणता बच्चों के भविष्य का निर्माण करती है।’‘ एक ऊर्जावान शिक्षक ही समाज को नयी दिशा प्रदान कर सकता है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि मध्यान भोजन की अनिर्वायता को प्राइवेट स्कूल से हटाया दिया गया ।
वहीं कुलभूषण शर्मा जी कोविड़-19 का स्कूली शिक्षा पर प्रभाव एवं इसके निवारण पर चर्चा की। शर्मा जी ने शुल्क प्रतिपूर्ति के आवश्यकता से बहुत कम होने एवं उसकी प्रप्ति में होने वाली कठिनाइयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जितना व्यय सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर होता है उतनी ही प्रतिपूर्ति में प्राइवेट स्कूलों में पढने वाले बच्चों के लिए भी मिलने चाहिए। उन्होंने सभी विद्यालय संचलकों को अपने विद्यालय में गुणवत्ता परक शिक्षा देने पर जोर दिया।
श्याम पचैरी, पुष्प अग्रवाल एवं मुरलीधर यादव ने भी विषयों पर अपने विचार रखें। पुष्प अग्रवाल जी ने संघठन की शक्ति को बताया तथा संगठन के द्वारा संज्ञान में गाये गये कार्यों की सीबीएससी द्वारा की गयी प्रगति की जानकारी दी। मुरलीधर यादव जी ने स्कूल एशोसएशन के होने की उपयोगति पर चर्चा की साथ इसे और कैसे व्यापक तथा मजबूत बनाया जा सकता है इस पर प्रकाश डाला।
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राहुल केशरवानी जी ने भी विद्यालय संचालन में आ रही कठिनाईयों पर अपने विचार रखें एवं एशोसिएशन के कार्यो की विस्तार से चर्चा की। सभा में छात्र-छात्राओं एवं अभिभावको को होने वाली कठिनाईयो पर भी चर्चा की गई एवं सर्व सम्मति से यह निर्णय लिया गया कि जिन अभिभावको की आय कोविड़-19 से प्रभावित हुई है विद्यालय स्तर पर उनके साथ पूरी सहानभूति रखते हुए उनकी यथासम्भव सहायता की जाए परन्तु ऐसे अभिभावक जो की फीस देने में पूर्णरूप से सक्षम होते हुए भी फीस नहीं दे रहे हैं उनके पाल्य को परीक्षा से वंचित कर दिया जाए।
मीटिंग में इस बात पर भी चर्चा हुई की कुछ अभिभावक पूरे साल फीस नहीं देते हैं एवं सत्र समाप्त होने पर फर्जी टी. सी. के सहारे अन्य विद्यालय में नामांकन करा लेते हैं एैसी घटनाओ को रोकने के लिए निर्णय लिया गया कि फर्जी टी.सी. के सहारे नामंाकन कराने वाले अभिभावको को चिन्हित कर उनके विरूद्ध विधि सम्मत कार्यवाही की जाए। अन्त में यह भी निर्णय लिया गया कि बिना वार्षिक परीक्षा में पास किए किसी भी बच्चे को अगली कक्षा में प्रोन्नत नहीं किया जाए। अर्थात शुल्क नही तो परीक्षा नहीं एवं परीक्षा नही ंतो प्रमोशन नहीं जिस पर उपस्थित समस्त विद्यालय संचालकों ने अपनी सहमति दी।
मंच का संचालन संस्था के उप-सचिव श्याम निगम ने किया। सभा के अन्त में संस्था के सचिव मनीष कुमार गुप्ता ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम के आयोजन में श्री विनोद कुमार यादव, श्री जे0पी0 यादव, श्री अंकित कुशवाहा, श्री अलबर्ट रस्किन, श्री फारूख सिद्धीकी आदि का सक्रिय योगदान रहा।
इस अवसर पर संस्था के संरक्षक सदस्य युवराज सिंह, अरूण निगम, संत कुमार गुप्ता, रामलखन कुशवाहा, आर0डी0 त्रिपाठी एवं अशोक कुमार गुप्ता जी उपस्थित रहं। कार्यक्रम में लगभग 200 (दो सौ) विद्यालयों के प्रबन्धक/प्रधानाचार्यो ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।