बाँदा में कोरोना वैक्सीन के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां शुरू

वैश्विक महामारी कोरोना के तेजी से फैल रहे संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित करने के बाद अब सरकार व स्वास्थ्य विभाग कोरोना

बाँदा में कोरोना वैक्सीन के प्रबंधन के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां शुरू

ब्लाक के कोल्डचेन हैंडलर्स को दिया गया प्रशिक्षण

वैश्विक महामारी कोरोना के तेजी से फैल रहे संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित करने के बाद अब सरकार व स्वास्थ्य विभाग कोरोना टीकाकरण व वैक्सीन के रखरखाव को लेकर तैयारियों में जुटा हुआ है। शुक्रवार को सीएमओ सभागार में कोल्ड चेन हैंडलर्स की कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एनडी शर्मा ने कहा कि कोरोना वैक्सीन आने से पहले कोल्ड चेन को पूरी तरह दुरूस्त कर लेना है। अगर किसी कोल्ड चेन में कोई समस्या है तो तुरंत सूचित करें जिससे उसका समाधान किया जा सके। 

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सीएमओ ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण के दौरान आने वाली वैक्सीन को कोल्ड चेन में रखा जाएगा इसलिए उसके रखरखाव का प्रशिक्षण होना अनिवार्य है। सभी हैंडलर्स प्रशिक्षण के दौरान बताई गईं बातों को लिखकर नोट कर लें। प्रशिक्षक  यूनिसेफ जिला समन्वयक फुजैल ए सिद्दीकी ने कोरोना वैक्सीन व नियमित टीकाकरण के दौरान प्रयोग होने वाली वैक्सीनों के रखरखाव संबंधी जानकारी दी। उन्होंने वैक्सीन निर्माण की प्रक्रिया व कोल्ड चेन के महत्व के बारे में बताया।

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कोविड प्रशिक्षक/पूर्व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.बीवी वर्मा ने कोल्ड चेन हैंडलर्स को वैक्सीन की संचरण प्रक्रिया व इस दौरान निर्धारित तापमान सुनिश्चित कर वैक्सीन को सुरक्षित रखने की जानकारी दी। कोल्ड चेन में प्रयोग होने वाले संसाधन और आइएलआर में वैक्सीन को रखने के ढंग व समयसीमा के बारे में बताया। वैक्सीन कोल्ड चेन मैनेजर अंजना पटेल ने बताया कि हीट सेंसिटिव वैक्सीन को आइएलआर में सबसे नीचे रखा जाता है जबकि फ्रीज सेंसिटिव वैक्सीन को ऊपर रखा जाता है।

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छोटे कोल्ड बॉक्स में वैक्सीन तीन दिन जबकि बड़े कोल्ड बॉक्स में वैक्सीन को छह दिन तक रखा जा सकता है। प्रशिक्षण के दौरान अभिलेखीकरण से संबंधित तथ्यों की भी जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में डिप्टी सीएमओ डा.एमसी पाल, एसीएमओ डा.आरएन प्रसाद, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डा. मीनाक्षी, राधा शर्मा व जनपद की समस्त कोल्ड चेन हैंडलर्स शामिल रहे।

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