शुष्क व अर्धशुष्क क्षेत्रो के लिये फलदार वृक्षो के शोध पर दिया जाये बल : कुलपति

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा के शोध परिषद की बैठक के दूसरे दिन शुक्रवार को कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिह की..

शुष्क व अर्धशुष्क क्षेत्रो के लिये फलदार वृक्षो के शोध पर दिया जाये बल : कुलपति

बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय बांदा के शोध परिषद की बैठक के दूसरे दिन शुक्रवार को कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिह की अध्यक्षता मे उद्यान महाविद्यालय की शोध प्रगति तथा कार्य योजना की समीक्षा की गयी। परिचर्चा करते हुए कुलपति तथा अतिथियो द्वारा शुष्क तथा अर्धशुष्क क्षेत्रो के लिये स्थानीय फलदार वृक्षो की प्रजातियो के विकास पर बल दिया 

यह भी पढ़ें - बकरियो की उन्नत नस्ल सिरोही बुंदेलखंड के किसानों के लिए वरदान साबित होगी

इस अवसर पर शोध परिषद के सम्मानित सदस्य तथा विशेषज्ञ के रूप मे केन्द्रीय उपोषण बागवानी संस्थान, लखनऊ के पूर्व निदेशक डा. शैलेन्द्र राजन तथा भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान, वाराणसी के निदेशक डा. टी.के. बेहरा जी उपस्थित थे। बाह्य विशेषज्ञो के अतिरिक्त उद्यान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. एस.वी. द्विवेदी सभी विभागाध्यक्ष तथा सभी वैज्ञानिकगण उपस्थित रहे। विभागाध्यक्षो द्वारा प्रस्तुती दी गयी।

परिचर्चा में स्थानीय जनद्रव्यो को संकलित करते हुए पोषक तत्वो की प्रोफाइलिग करने की आवश्यकता जताई गयी। सब्जियो मे भी स्थानीय लोकप्रीयता को ध्यान मे रखकर प्रगति विकास कार्य कुशलता की आवश्यकता बतायी। स्थानीय सब्जियो के शोध पर बल दिया। बहु विषयी वैज्ञानिको की टीम बनाकर तकनीकी विकास की आवश्यकता बताई गयी।

यह भी पढ़ें - बुन्देलखण्ड में भीषण गर्मी दुधारू पशुओं के लिए घातक, कृषि वैज्ञानिक ने पशुओं को बचाने की दी सलाह

पुष्प फसलो मे स्थानीय एवं निकटतम बाजारो की आवश्यकताओ के आधार पर फसल चुनाव करके शोध करने की सलाह दी गयी। शुष्क पुष्प पर भी जोर दिया गया। प्रसंस्करण विभाग को स्थानीय फल एवं सब्जियो के प्रशिक्षण एवं मूल्य वर्धन पर जोर दिया गया। प्राकृतिक गुलाब एवं रंगो के विकास पर आवश्यकता बताई गयी। कार्यक्रम का उद्घाटन अतिथियो द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया।

तथा डा अखिलेश मिश्रा, निदेशक शोध द्वारा विश्वविद्यालय द्वारा संचालित शोध गतिविधियो पर संक्षिप्त प्रकाश डाला गया। इस अवसर पर शैक्षणिक शोध एवं जैव विविधता संरक्षण गतिविधयो को गति देने को विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रो. नरेन्द्र प्रताप सिंह तथा एलायंस बायोवर्सिटी इन्टरनेशनल के केन्द्राध्यक्ष डा. जे.सी.राणा की उपस्थिति मे एक एमओयु भी हस्ताक्षर किया।

यह भी पढ़ें - बुंदेलखंड एक्सप्रेस 16 मई से एलएचबी रैक से चलेगी, बढेगी स्पीड, जाने क्या है एलएचबी रैक

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1