तीव्र गति से हो रहा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य, 55% भौतिक कार्य पूर्ण, देखिये यहाँ
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे एन एच 35 भरतकूप के पास चित्रकूट से प्रारम्भ होकर आगरा लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ग्राम कुदरैल के पास जनपद इटावा में समाप्त होगा...
7 जनपदों से होकर गुजरने वाले 296 किमी लम्बे बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे से प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र को विकास की एक नयी रफ्तार मिलेगी। सरकार का ये ड्रीम प्रोजेक्ट भी है तो काम लगातार दिन रात हो रहा है।
बुंदेलखंड के लिए विकास की रीढ़ बनने जा रहे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण ने रफ्तार पकड़ ली है। मिट्टी भराई का काम ज्यादातर जिलों में 45 से 60 फीसद तक पूरा हो गया है, जबकि चित्रकूट में ये स्थिति सौ फीसद है। छोटे-बड़े पुलों के निर्माण का काम भी अंतिम चरण पर है। अफसरों के मुताबिक, वर्ष 2021 के अंत तक वाहन फर्राटा भरने लगेंगे।
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- चित्रकूट और महोबा में 55 फीसद काम पूरा
मार्च में कोरोना की दस्तक से बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का काम बंद हुआ था, लेकिन अब फिर प्रगति पर है। चित्रकूट में परियोजना के नोडल अधिकारी ने बताया कि जिले में 10.24 किलोमीटर में मिट्टी और गिट्टी का काम पूरा हो चुका है।
पेंटिंग का काम बाकी है। पूरे निर्माण में प्रगति 55 फीसद के आसपास है। वहीं, महोबा में दस किलोमीटर हिस्से में मिट्टी भराई का काम तेज है। पुल और बाकी निर्माण के काम भी गति पकड़ चुके हैं। हमीरपुर जिले की सीमा में करीब 59 किमी लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे में मिट्टी का काम चल रहा है।
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- युद्ध स्तर पर हो रहा है एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे परियोजना की कुल लम्बाई 296 किमी है तथा वर्तमान में इस परियोजना की कुल भौतिक प्रगति लगभग 55 प्रतिशत पूर्ण कर ली गई है। यूपीडा के अवनीश अवस्थी ने यह भी बताया कि बुंदेलखण्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर हो रहा है और सभी फ्लाई ओवर पर तीव्रता से कार्य कराया जा रहा है।
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के प्रभारी मुख्य अभियन्ता मनोज कुमार गुप्ता द्वारा यह बताया गया कि एक्सप्रेसवे के निर्माण में विभिन्न ईपीसी काॅन्टैक्टर्स द्वारा सर्विस रोड एवं अन्य कार्य भी प्रगति पर है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे में अब तक क्लीयरिंग एण्ड ग्रबिंग का कार्य 97 प्रतिशत और मिट्टी का कार्य 82 प्रतिशत से अधिक पूर्ण कर लिया गया है।
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कुल 818 में से 490 स्ट्रक्चर्स यानि आधे से अधिक का कार्य भी पूरा किया जा चुका है। एक्सप्रेसवे पर 04 रेलवे ओवर ब्रिज, 14 दीर्घ सेतु, 06 टोल प्लाजा, 07 रैम्प प्लाजा, 268 लघु सेतु, 18 फ्लाई ओवर तथा 214 अण्डरपास का निर्माण कराया जायेगा।
बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे 04 लेन चैड़ा (6 लेन में विस्तारणीय) तथा संरचनाएं 06 लेन चैड़ाई की बनायी जायेंगी। एक्सप्रेसवे के एक ओर 3.75 मी0 चैड़ाई की सर्विस रोड स्टैगर्ड रूप में बनाई जायेगी जिससे परियोजना के आस-पास के गांव के निवासियों को एक्सप्रेसवे पर सुगम आवागमन की सुविधा उपलब्ध हो सके।
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इस एक्सप्रेस-वे को राजधानी दिल्ली से जोड़ा जा रहा है जिससे कई फायदे होंगे..
1. बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को बहुत लाभ मिलेगा
2. बुन्देलखण्ड पर्यटन का हब बनेगा
3. वाहनों के ईंधन खपत में बचत एवं प्रदूषण नियंत्रण संभव होगा
4. औद्योगिक काॅरिडोर के रुप में सहायक होगा
5. रोजगार को मिलेगा बढावा
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— UPEIDA (@upeidaofficial) April 29, 2021
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