विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर बंदियों को किया जागरूक

उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त कार्ययोजना के अनुक्रम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण...

विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर बंदियों को किया जागरूक

एडीजे ने जिला कारागार का किया निरीक्षण

चित्रकूट।  उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ से प्राप्त कार्ययोजना के अनुक्रम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष जिला जज राकेश कुमार त्रिपाठी के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने जिला कारागार चित्रकूट का निरीक्षण किया। साथ ही विधिक साक्षरता शिविर आयोजित कर बंदियों को जागरूक किया।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव अपर जिला जज नीलू मैनवाल ने जिला कारगार में बैरिक नम्बर 21 का निरीक्षण किया। उन्होंने कारागार में निरूद्ध 18 से 21 वर्ष के बन्दियों से वार्ता की। उन्होंने बंदियों से कहा कि आप सभी किसी गलती के कारण यहां निरूद्ध हैं। यहां से निकलने के बाद आप एक अच्छे नागरिक बन सकते हैं। कहा कि जेल में निरूद्ध रहते हुये शिक्षा पर विशेष ध्यान दे ताकि जेल से रिहा होने के बाद आप नई पहचान के रूप में समाज में एक सम्मान की जिन्दगी जी सके और दूसरे को भी प्रेरणा भी दे सके। बताया कि कोई भी बन्दी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर पराविधिक स्वयं सेवक को अवगत कराकर अपनी समस्या के समाधान के लिए जेल अधीक्षक के माध्यस से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को अवगत करा सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने जिला कारागार अस्पताल में भर्ती बंदियों का हाल-चाल जाना। उन्होंने बीमार बंदियों के समुचित उपचार व मानसिक रूप से बीमार बंदियों की विशेष देखभाल के लिए चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जिला कारागार के पाकशाला का भी निरीक्षण किया, जहां मीनू के अनुसार भोजन तैयार होते पाया गया।

इस दौरान सचिव ने बंदियों को बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रदेश स्तर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण तथा जिला स्तर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है, जो जरूरतमन्द लोगों को निःशुल्क विधिक सहायता प्रदान करता है। इस दौरान उन्होंने जेल में निरुद्ध ऐसे बन्दी जिनकी जमानतें हो गयी है, रिहाई शेष है, से वार्ता कर रिहाई के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही किये जाने पर बल दिया। इस मौके पर अधीक्षक शशांक पाण्डेय, जेलर सन्तोष कुमार वर्मा, रजनीश सिंह सहित जेल सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे।

इसी क्रम में जिला कारागार चित्रकूट में विचाराधीन बन्दियों के हितार्थ विशेष जेल लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चित्रकूट द्वारा सिविल जज सीनियर डिविजन सचिन कुमार दीक्षित/ए.सी.जे.एम. चित्रकूट को नामित किया गया। जिनके द्वारा जिलाकारागार चित्रकूट में निरूद्ध विचाराधीन एक बंदी द्वारा स्वेच्छा से जुर्म स्वीकारोक्ति के आधार पर मामले का निस्तारण किया गया।

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