जल संरक्षण पर विशेष बैठक सम्पन्न : जनपद में किए गए कार्यों की समीक्षा
विकास भवन में आज मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य और पद्म श्री उमाशंकर पाण्डेय की उपस्थिति में जल संरक्षण...
बाँदा। विकास भवन में आज मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य और पद्म श्री उमाशंकर पाण्डेय की उपस्थिति में जल संरक्षण से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने भूमि संरक्षण, कृषि, उद्यान एवं भूगर्भ जल अधिकारियों सहित संबंधित विभागों को वर्ष 2024-25 में किए गए जल संरक्षण कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
बैठक में जल संरक्षण के अंतर्गत निर्मित तालाबों, चेकडैम, मेडबंदी, और खेत-तालाब योजनाओं की समीक्षा की गई। अटल भूजल योजना के तहत इस वर्ष तीन विकास खंडों में 11 तालाबों का निर्माण हुआ है, और 18 अन्य तालाब भी वर्षा जल संचयन हेतु बनाए गए हैं। 95 ग्राम पंचायतों में रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किए गए हैं। साथ ही, जनपद के अतर्रा, घनसौर और महुआ सहित अन्य क्षेत्रों में 6 आरटीजन बेल का निर्माण भी किया गया है।
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उद्यान विभाग ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 8800 हेक्टेयर क्षेत्र कवर किया गया है, और सब्जी एवं फल उत्पादन के क्षेत्र में लगभग 600 क्विंटल उत्पादन हो रहा है। भूमि संरक्षण विभाग ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में 4671 खेत-तालाब बनाए गए हैं।
पद्म श्री उमाशंकर पाण्डेय ने जनपद में जल संरक्षण के बेहतर कार्यों की सराहना की और जागरूकता बढ़ाने के लिए ग्रामों में चौपाल आयोजित करने का सुझाव दिया। उन्होंने तालाबों में मत्स्य पालन और सिंघाड़े की खेती पर भी जोर दिया। जनपद में वृक्षारोपण के कारण पिछले वर्ष भूजल स्तर में 1.35 मीटर की वृद्धि दर्ज की गई है।
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बैठक में जिला विकास अधिकारी, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी, जिला उद्यान अधिकारी, भूमि संरक्षण अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।