बाँदा : बनकर तैयार हो गया औगासी पुल, अब लोगों को उद्घाटन का इंतजार
बुंदेलखंड के जनपद बांदा में बबेरू तहसील अंतर्गत यमुना नदी में 15 साल पहले पुल बनाने का काम शुरू हुआ था..
बुंदेलखंड के जनपद बांदा में बबेरू तहसील अंतर्गत यमुना नदी में 15 साल पहले पुल बनाने का काम शुरू हुआ था। इस दौरान तीन सरकारें गुजर गई लेकिन यह पुल बनकर तैयार नहीं हो पाया। अब योगी सरकार दूसरी पारी में पुल का उद्घाटन कराने में कामयाब होगी। कभी पीपे के पुल से आवागमन करने वाले लोगों का सपना धरातल पर उतारने वाला है।
तत्कालीन बसपा सरकार के कार्यकाल में औगासी यमुना पुल का शिलान्यास हुआ था। जिले को फतेहपुर सीमा से जोड़ने वाले पुल को बनाने की मांग बरसों पहले से लोग करते चले आ रहे हैं। बसपा सरकार में पुल बनने की नौबत आई लेकिन धीरे धीरे 15 साल गुजर गए पुल का निर्माण नहीं हो पाया। कभी धन का आवंटन नहीं हो पाया तो कभी जमीन को लेकर बाधा उत्पन्न हुई। जैसे भी हुआ हो, लेकिन अब यह पुल बनकर तैयार हो गया।
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बसपा शासनकाल में जब इसका निर्माण शुरू हुआ तो लोगों को लगने लगा था कि जल्दी ही इससे सफर करने का मौका मिलेगा, लेकिन बसपा सरकार के जाने के बाद सपा की सरकार आ गई। सपा सरकार ने भी इसके निर्माण में ज्यादा रुचि नहीं ली इसके बाद योगी सरकार आई इस सरकार में भी कच्छप गति से पुल का निर्माण होता रहा। धन की कमी होने पर पूर्व राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय ने प्रयास किया और धन आवंटित कराया तब जाकर पूरी तरह पुल बनकर तैयार हो पाया।
हालांकि बीजेपी सरकार पूरा प्रयास करती रही कि विधानसभा चुनाव से पहले यह बनकर तैयार हो जाए लेकिन जब तक तैयार हुआ तब तक आचार संहिता लग गई जिससे योगी सरकार की पहली पारी में यह तैयार नहीं हो पाया। इस पुल के बन जाने से कई जिलों को इसका फायदा मिलने वाला है। यह पुल चित्रकूट, मैहर, कालिंजर समेत तमाम प्रमुख धार्मिक स्थानों को जोड़ता है। साथ ही प्रयागराज लखनऊ कानपुर फतेहपुर की दूरी इस पुल के बन जाने से कम हो जाएगी। इससे छात्रों व्यापारियों को भी सरल एवं सुगम सफर का साधन मिलेगा। समय की बचत होगी और खर्च भी कम आएगा।
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बताते चलें कि पहले पुल न होने से पीपे के पुल के माध्यम से लोग नदी पार करके जाते थे और जब बारिश आती थी तो पीपे का पुल हटा दिया जाता था। तब लोगों को तिंदवारी बेंदा के रास्ते कानपुर, फतेहपुर लखनऊ की लम्बी दूरी तय करनी पड़ती थी। जिससे समय भी बर्बाद होता था और पैसा भी ज्यादा खर्च होता हथा।
अब पुल बनकर तैयार होने से इस क्षेत्र के लोगों को का सपना पूरा होगा। इस संबंध में सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक अरुण गुप्ता का कहना है कि पुल बनकर तैयार है कब चालू होगा यह निर्णय सरकार को लेना है। अगर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि चाहेंगे तो जल्दी ही पुल का उद्घाटन हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पुल के निर्माण में 65 करोड़ रुपए की लागत आई है।
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