12 वर्ष से अधूरे पड़े बाईपास (रिंग रोड) का कार्य शुरू, सांसद विधायक ने किया भूमिपूजन
पिछले 12 वर्षों से अधूरे पड़े बाईपास रिंग रोड के चैड़ीकरण एवं सदृणीकरण के अवशेष भाग के निर्माण कार्य के लिए आज सांसद आरके सिंह पटेल व..
पिछले 12 वर्षों से अधूरे पड़े बाईपास रिंग रोड के चैड़ीकरण एवं सदृणीकरण के अवशेष भाग के निर्माण कार्य के लिए आज सांसद आरके सिंह पटेल व सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने मवई बाईपास रोड में भूमि पूजन किया। बाईपास रोड बन जाने से लोगों को जाम के झाम निजात मिल सकेगी। इसके निर्माण कार्य में 12171.45 लाख रु. लागत आयेगी।
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नगर बांदा को ट्रेफिक मुक्त करने को विगत 12 वर्षो से अधूरे पडे बांदा रिंग रोड के किमी 1 से 20 तक के चैड़ीकरण एवं सुदृणीकरण हेतु नगरवासियों की मांग पर सदर विधायक ने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से वर्ष 2018 से लगातार पत्राचार किया। परिणामस्वरुप शासन के लोक निर्माण अनुभाग-11 द्वारा -31मार्च 2021 को कुल 12171.45 लाख रु. की धनराशि की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृत देते हुये 100 लाख की धनराशि तत्काल अवमुक्त की गई थी। अब यह कार्य स्थल पर मूर्तरुप लेगा और आम जनता के सामने प्रत्यक्ष विकास परिलाक्षित होगा।
इस अवसर पर सन्तोष गुप्ता,सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारणी, मनोज पुरवार, जिला उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र त्रिपाठी, मनीष गुप्ता जिला मंत्री, राजर्षि शुक्ला जिला मंत्री, राजकुमार राज पूर्व चेयरमैन न.पा. बांदा, राजेश गुप्ता नगर अध्यक्ष उत्तरी, राकेश गुप्ता दद्दू नगर अध्यक्ष दक्षिणी, शक्ति प्रताप सिंह सांसद प्रतिनिधि, रजत सेठ जी विधायक प्रतिनिधि, अनुरुद्ध त्रिपाठी (दद्दा) कार्यालय प्रभारी, महामंत्री अमरमणि त्रिपाठी, स्वदेश शिवहरे युवामोर्चा, रोहित तिवारी, साकेत सिंह, नरेश शुक्ला, प्रान्जल मिश्रा, अंकित पाण्डेय, राजेश त्रिवेदी, अर्जुन सिंह आदि समस्त पदाधिकारी उपस्थित रहें।
बताते चलें कि बाईपास के निर्माण के लिए वर्ष 2007-08 में तत्कालीन बसपा सरकार द्वारा हरी झंडी दी गई और 7398.03 लाख रुपए की मूल स्वीकृति लागत तय हुई। कार्यदायी संस्था प्रांतीय खंड को पूरा पैसा दे दिया गया। 2007 से ही कार्य प्रारंभ कराया गया लेकिन अभी तक भौतिक प्रगति 85 फीसदी तक पूरी हो पायी है। इसी के साथ बांदा-बाईपास के अवशेष भाग (रिंग रोड) के लिए पुनः वर्ष 2011 में 4409.27 लाख लागत स्वीकृत कर कार्यदायी संस्था निर्माण खंड-प्रथम को 440 लाख अवमुक्त कर दिए गए। मार्च 2013 तक परियोजना पूर्ण करने का लक्ष्य तय हुआ।
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कार्य प्रगति में दिखाकर 3669.27 लाख रुपए की जरूरत और बताई गई है। बाईपास को नेशनल हाईवे से जोड़ने के लिए केन नदी में फोरलेन पुल का निर्माण 73 करोड़ 98 लाख की लागत से कराया गया। करोड़ों खर्च के बाद सड़कों की हालत नहीं सुधरी। अब प्रदेश की योगी सरकार ने 12171. 45 लाख की धनराशि की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।