धर्म नगरी चित्रकूट के दीपदान मेले को लेकर यूपी और एमपी के अधिकारियों ने बनाई रणनीति

धर्म नगरी चित्रकूट के दीपदान मेले को लेकर यूपी और एमपी के अधिकारियों ने बनाई रणनीति
दीपदान चित्रकूट(फाइल फोटो)

चित्रकूट,
  • मेले में 20 से 30 लाख श्रद्धालुओ के भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट आने की है संभावना
आदि तीर्थ एवं भगवन श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में आयोजित होने वाले दीपदान मेले को कोविड प्रोटोकाल के साथ सकुशल संपन्न कराने के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अधिकारियों ने कमर कस ली है।
बुधवार को जिलाधिकारी चित्रकूट शेषमणि पांडेय, जिलाधिकारी सतना (मध्य प्रदेश) अजय कठसेरिया तथा पुलिस अधीक्षक चित्रकूट अंकित मित्तल व पुलिस अधीक्षक सतना (मध्य प्रदेश) धर्मवीर सिंह की मौजूदगी में कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई बैठक में धनतेरस, दीपावली मेला, भैया दूज आदि पर्वो को सकुशल संपन्न कराने की रणनीति तय की गई। इस बैठक में दोनों प्रदेशो के अधिकारियों के अलावा साधु-संत भी मौजूद रहे।
बैठक में जिलाधिकारी शेषमणि पांडेय ने कहा कि किसी भी दशा में कोविड-19 के प्रोटोकॉल को फॉलो करते हुए मेला को सकुशल संपन्न कराया जाये। मास्क लगाना अनिवार्य है,मठ -मंदिरो में सैनिटाइजेशन के साथ -साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। उन्होंने कहा कि दोनों प्रदेशों के अधिकारी यह सुनिश्चित कर लें कि सभी विभाग आपस में तालमेल अवश्य बनाकर मेला को सकुशल संपन्न कराएं। कहा कि दीपदान के दिन रामघाट का लेजर शो बंद रखा जाए तथा पुल भी बंद रहे नाव व पूजन सामग्री की दर अवश्य अंकित कराये। हनुमान धारा की तरफ पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराये। कहा कि चित्रकूट उत्तर प्रदेश में मेला क्षेत्र को नौ जोन तथा 18 सेक्टर में विभाजित किया गया है सभी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं को देखते हुए एंबुलेंस आदि व्यवस्थाएं पूर्व की भांति सुनिश्चित करले तथा सुबह-शाम पूरे मेला क्षेत्र में सैनिटाइज अवश्य कराये।

 जिला पंचायत राज अधिकारी तथा अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद कर्वी को निर्देश दिए कि पूरे मेला क्षेत्र में साफ-सफाई निरंतर कराते रहें परिक्रमा को दोनों तरफ के अधिकारी तीन बार सफाई अवश्य कराएं सफाई के लिए मोबाइल टीम भी गठित की जाए।
किसी भी दशा में अन्ना जानवर न घूमें तथा खोया पाया केंद्र सीसीटीवी कैमरे आदि की भी व्यवस्था सुनिश्चित करा ली जाये। पेयजल व्यवस्था पर पेयजल से संबंधित अधिकारियों से कहा कि पार्किंग स्थल व पूरे मेला क्षेत्र में निरंतर बनी रहे पानी की कोई समस्या नहीं होना चाहिए जो पाइप लाइन खराब है उन्हें अभी ठीक करा लिया जाए। कहा कि रामघाट पर मां मंदाकिनी गंगा पर मोटर बोट दोनों तरफ पर रहे तथा उप जिलाधिकारी कर्वी व मझगवां सतना सुनिश्चित करें की जो नाव चलाई जाए उन पर नंबर अवश्य डाला जाए तथा सवारियों की क्षमता भी अंकित की जाए। उन्होंने कहा कि दीपदान मेला की प्राचीन परंपरा है इसमें कोरोना को देखते हुए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं।
उन्होंने एआरएम रोडवेज को निर्देश दिए कि और बसों का संचालन कराया जाए तथा स्टेशन मास्टर से भी कहा कि स्पेशल ट्रेनों की भी मांग कर ली जाए।उन्होंने कहा कि मेला के पूर्व सभी विभाग अपनी अपनी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर लें ताकि मेला के दौरान कोई समस्या न हो। वहीँ जिलाधिकारी सतना (मध्य प्रदेश) अजय कठसेरिया ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। ऐसे में दीपदान मेले में ज्यादा भीड़ न हो उसको रोकने की अपील करने की जरूरत है। संभावित भीड़ को देखते हुए मध्य प्रदेश प्रशासन द्वारा सभी व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ के अधिकारी सभी व्यवस्थाओं में एक दूसरे का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि दोनों तरफ के परिक्रमा परिक्षेत्र में नारियल, अगरबत्ती पर पूर्णतया रोक लगाया जाए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की तरफ 5 अस्थाई पार्किंग व्यवस्था बनाई गई है पीली कोठी पर भी वाहन नहीं आएंगे।
परिक्रमा मार्ग सहित पूरे क्षेत्र को 11 जोन में बांटा गया है सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गई है। कहा कि कोविड-19 को देखते हुए इस मेला में इस महामारी के ज्यादा फैलने की आशंका को देखते हुए सतर्क रहकर मेला को सकुशल संपन्न कराएं। पुलिस अधीक्षक चित्रकूट अंकित मित्तल ने कहा कि हमारी टीम को सक्रिय रहकर मेला को सकुशल संपन्न कराना है। सभी विभाग जिन अधिकारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है वह पूर्व में ही भ्रमण करके देख लें। ताकि मेला के दौरान समस्या न हो। आपस में कम्युनिकेशन गैप नहीं होना चाहिए दोनों तरफ के कंट्रोल रूम के नंबरों का आदान प्रदान अवश्य कर लिया जाए।
पुलिस अधीक्षक सतना धर्मवीर सिंह ने कहा कि दोनों जिले के अधिकारी आगामी मेला को देखते हुए सभी विभाग अपनी अपनी व्यवस्था अभी से ही सुनिश्चित कर लें। भारी वाहनों का मूवमेंट की व्यवस्था पूर्व में ही करा लें। पार्किंग की व्यवस्था सही रहे, फूड प्वाइजनिंग पर नजर रखें। सभी अधिकारी, कर्मचारी अपनी ड्यूटी स्थल पर रहकर मेला को सकुशल संपन्न कराएं। सबसे महत्वपूर्ण स्थल रामघाट व परिक्रमा मार्ग का मुख्य प्रथम द्वार है यहां पर अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी।
इसके पूर्व दिगंबर अखाड़ा के महंत दिव्यजीवन दास, निर्मोही अखाड़ा के मुन्ना तिवारी, मतगजेंद्र नाथ के पंडित महेंद्र शास्त्री, प्रदीप तिवारी, तुलसी गुफा के पंडित मोहित तिवारी आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
इस पर जिलाधिकारी चित्रकूट व सतना ने साधु-संतों द्वारा सुझाव दिए गये सुझावों का अनुपालन कराने का भरोसा दिलाया।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी,अपर जिलाधिकारी चित्रकूट जी पी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक चित्रकूट प्रकाश स्वरूप पांडेय, उप जिलाधिकारी मझगवां सतना एचके धुर्वे, एसडीओपी अभिनव चौकसे, उप जिलाधिकारी कर्वी राम प्रकाश, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर रजनीश यादव सहित चित्रकूट जनपद व सतना मध्य प्रदेश के संबंधित अधिकारी व व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष ओम केसरवानी, पंकज अग्रवाल सहित संबंधित अधिकारी व साधु-संत मौजूद रहे।
हिन्दुस्थान समाचार

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