बुंदेलखंड के पन्ना में  खदान में हीरा खनन बंद होने से हजारों मजदूर बेरोजगार

एशिया की सबसे बड़ी बुंदेलखंड के पन्ना में स्थित खदान में हीरा खनन भी बंद कर दिया गया है। यहां पर पहली..

बुंदेलखंड के पन्ना में  खदान में हीरा खनन बंद होने से हजारों मजदूर बेरोजगार

एशिया की सबसे बड़ी बुंदेलखंड के पन्ना में स्थित खदान में हीरा खनन भी बंद कर दिया गया है। यहां पर पहली जनवरी से हीरों का खनन कार्य बंद हो गया है। यहां हीरों का खनन केंद्रीय इस्पात मंत्रालय की नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (एनएमडीसी) हीरा खनन करा रही थी।पन्ना जिले में हीरे का भंडार है। पन्ना में कई कंपनियों के पास हीरा खनन का काम है।

लेकिन नए साल के पहले दिन मझगवां स्थित हीरा खनन परियोजना का काम बंद हो गया है। इससे हजारों लोगों की रोजी-रोटी पर असर पड़ा है। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने हीरा खनन परियोजना महाप्रबंधक को नोटिस जारी कर खनन अवधि खत्म होने का हवाला देकर खनन कार्य बंद करा दिया है। बहुमूल्य रत्न हीरों की पन्ना खदान पूरी दुनिया में मशहूर है। यह बुंदेलखंड के पन्ना (मध्यप्रदेश) जिले के मझगवां में स्थित है। यह 1968 से चल रही है। अब तक इस खदान से 13 लाख कैरेट हीरे का उत्पादन किया जा चुका है।

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एनएमडीसी लिमिटेड कई दशकों से यहां हीरा खनन करा रही है। इसका कार्यालय भी इसी क्षेत्र में है। पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि एनएमडीसी लिमिटेड के महाप्रबंधक को नोटिस जारी कर पहली जनवरी से परियोजना में उत्खनन कार्य पूरी तरह बंद करने के निर्देश दिए गए थे। इसी के अनुपालन में हीरा खदान व प्लांट को बंद कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि हीरा खनन व प्लांट की स्वीकृति 31 दिसंबर 2020 तक थी।

पन्ना टाइगर रिजर्व पार्क के अधिकारी ने कहा कि एनडीएमसी को इस खदान में उत्खनन के लिए राष्ट्रीय खनिज विकास कॉरपोरेशन की तरफ 31 दिसंबर 2020 तक ही अनुमति थी। इसी वजह से काम को रोक दिया गया है। एनडीएमसी फिर से क्लीयरेंस के लिए प्रक्रिया शुरू करेगी। भारत सरकार की तरफ से इसकी मंजूरी मिलेगी।

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अभ्यारण्य क्षेत्र में है पन्ना टाइगर रिजर्व   

एनएमडीसी लिमिटेड की हीरा खदान पन्ना टाइगर रिजर्व के गंगऊ अभ्यारण्य क्षेत्र में है। यह वन भूमि है। इसका रकबा 74.018 हेक्टेयर है। यहां हीरा खदान संचालन 31 दिसंबर 2020 तक के लिए ही स्वीकृत था। पन्ना टाइगर रिजर्व (राष्ट्रीय उद्यान) है।इसे 1981 में वन्य जीव अभ्यारण्य पार्क घोषित किया गया था। इसका कुल क्षेत्रफल 542.67 वर्ग किलोमीटर है।

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खदान बंद होने से सियासत भी गरमाई   

खदान बंद होने से प्रदेश की सियासत भी गरमा गई है। खजुराहो सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इसे लेकर सीएम शिवराज सिंह चैहान से रविवार की रात मुलाकात की है। सीएम ने कहा कि मझगंवा स्थित एनडीएमसी की खदान बंद नहीं होगी। पन्ना की जनता की चिंता को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चैहान ने सांसद वीडी शर्मा और खनिज साधन मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह के साथ चर्चा की है।

इसके बाद चैहान ने कहा कि इसे चालू रखने के लिए सभी आवश्यक पहलुओं पर विचार होगा। यह खदान क्षेत्र के लोगों के रोजगार के महत्वपूर्ण है। हीरा खनन पर रोक से बुंदेलखंड और खासकर पन्ना जिले के लोग निराश और नाराज हैं।इसके लिए वह यहां के जनप्रतिनिधियों पर भी खफा हैं। उनका कहना है कि जनप्रतिनिधि केंद्र सरकार के पर्यावरण मंत्रालय से संचालन की बहाली करा सकते हैं, लेकिन वह अनदेखी कर रहे हैं।

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