तेलंगाना के कैबिनेट मंत्री प्रकाश राव ने भरी हुंकार, वर्ष 2027 तक बुंदेलखंड पृथक राज्य बन जाएगा

बुंदेलखंड वर्ष 2027 तक पृथक राज्य बन जाएगा, यह घोषणा आज ओलावृष्टि और बरसात तथा ठिठुरन भरी सर्दी के बीच..

तेलंगाना के कैबिनेट मंत्री प्रकाश राव ने भरी हुंकार, वर्ष 2027 तक बुंदेलखंड पृथक राज्य बन जाएगा
तेलंगाना कैबिनेट मंत्री प्रकाश राव ने भरी हुंकार

बुंदेलखंड वर्ष 2027 तक पृथक राज्य बन जाएगा, यह घोषणा आज ओलावृष्टि और बरसात तथा ठिठुरन भरी सर्दी के बीच स्थानीय सिटी गार्डन बांदा के सभागार में बुंदेलखंड किसान यूनियन की ओर से आयोजित युवा गोष्टी में मुख्य अतिथि के तौर पर तेलंगाना के कैबिनेट मंत्री प्रकाश राव ने की तो काफी देर तक सभागार में मौजूद सैकड़ों बुंदेलखंडी तालियां बजाते रहे और लेकर रहेंगे बुंदेलखंड राज्य बुंदेलखंड किसान यूनियन जिंदाबाद के नारे लगाते रहे।

इस दौरान श्री राव ने कहा कि तेलंगाना राज्य बनने से पहले वहां के 35 हजार किसान और मजदूर कर्ज के चलते आत्महत्या कर चुके थे लेकिन तेलंगाना राज्य बनने के बार पिछले 4 साल में कर्ज के बोझ से किसी किसान या मजदूर ने आत्महत्या नहीं की है।

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पिछले 4 साल से अब तेलंगाना प्रदेश में मजदूरों का पलायन भी रुक गया है अब हमारे विकसित तेलंगाना राज्य में उड़ीसा बिहार बंगाल उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश आदि प्रांतों से प्रतिवर्ष 50 लाख मजदूर पलायन कर रोजी रोटी के लिए आते हैं। श्री राव ने कहा कि सिर्फ 4 साल में तेलंगाना राज्य ने किसानों के लिए सिंचाई की व्यवस्था इतनी बेहतर कर दी है कि पहले भी 20 लाख हेक्टेयर खेतों में सिंचाई होती थी अब एक करोड़ 35 लाख हेक्टेयर खेतों में सिंचाई होती है।

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उन्होंने कहा कि पहले चावल वर्ष 2014 में 40 लाख मैट्रिक टन होता था परंतु आज चावल 1 करोड़ 30 लाख मीट्रिक टन हो गया है। जोकि पिछले के मुकाबले 3 गुना से अधिक है। हमने तेलंगाना राज्य बनने के बाद अब तक 10000 तालाब में बनवाए हैं उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड के प्रसिद्ध पत्रकार व साहित्यकार अयोध्या प्रसाद गुप्त कुमुद ने अपनी किताब सांस्कृतिक बुंदेलखंड में लिखा है कि वर्ष 1948 में विंध्य प्रदेश व बुंदेलखंड राज्य बन गया था जिसके मुख्यमंत्री कामता प्रसाद सक्सेना थे तब बुंदेलखंड की राजधानी नौगांव (मध्य प्रदेश) में थी।

श्री राव ने यह भी बताया कि भारत रत्न एवं संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने अपनी किताब में वर्ष 1955 में लिखा था कि बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाए जाने की बहुत जरूरत है। श्री राव ने कहा कि किसी पिछड़े क्षेत्र को केंद्र सरकार से विकास के लिए कितना भी बजट मिले लेकिन वह उतना उन्नति नहीं कर सकता जितना वह क्षेत्र पृथक राज्य बनने के बाद अपना विकास कर सकता है।

श्री राव ने कहा कि तेलंगाना इसका मजबूत उदाहरण है। इस खराब मौसम में जितनी बड़ी संख्या में बुंदेलखंडी अपने पूरे उत्साह में यहां इकट्ठे हुए हैं इससे मेरा भी उत्साह बढ़ गया है अब मैं यह घोषणा करता हूं कि जब तक राज्य नहीं बन जाता, वे प्रतिमाह बुंदेलखंड आते रहेंगे और हर बार बुंदेलखंड के नए जिले में मीटिंग करेंगे। इस अवसर पर बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा ने कहा, ष्हम आंदोलन को बुंदेलखंड के प्रत्येक जिले के कस्बा कस्बा गांव गांव तथा हर घर तक ले जाएंगे। हम बुंदेलखंड राज्य बनाने के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

जल जन जोड़ो अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ संजय सिंह ने कहा कि पृथक बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए वे अपने साथियों की टीम के साथ जी जान से जुटेंगे। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली पंजाब महाराष्ट्र तेलंगाना आंध्र तमिलनाडु किसी भी प्रदेश में जाओ तो बुंदेलखंड का व्यक्ति अपने गांव से पलायन कर वहां मजदूरी करते मिलेगा। उस समय बहुत ही शर्मिंदगी महसूस होती है जब उस राज्य के हमारे मित्र उनसे बुंदेलखंड से घर के कामकाज के लिए मजदूर भेजने की बात कहते हैं। श्री सिंह ने कहा कि हमें यह स्थिति बदलनी होगी। और यह अंतर बदलेगी जब बुंदेलखंड पृथक राज्य बनेगा।

बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन एवं वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा ने कहा कि वे अब अपने अंतिम सांस तक पृथक बुंदेलखंड राज्य बनाने के लिए कार्य करेंगे। बुंदेलखंड के लोगों को जगाने के लिए बुंदेलखंड किसान यूनियन की ओर से वे नियमित पत्रिका निकालेंगे। इसके अलावा बुंदेलखंड कनेक्ट के संपादक सचिन चतुर्वेदी, लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार संतोष श्रीवास्तव एवं वरिष्ठ समाजसेवी व पत्रकार संजय निगम अकेला सहित तीनों लोगों की टीम सोशल मीडिया के माध्यम से बुंदेलखंड की खबरों को विश्व भर में फैले बुंदेलखंडियों तक शीघ्र से शीघ्र पहुंचाने तथा उन्हें जागृत करने का काम करेगी। इस अवसर पर जिला बार संघ के पूर्व अध्यक्ष आनंद सिन्हा ने कहा कि बुंदेलखंड प्रांत का आंदोलन गांव गांव और घर घर तक पहुंचना चाहिए हर घर से एक व्यक्ति को आंदोलन में शरीक होना चाहिए तभी बुंदेलखंड राज्य निर्माण की लड़ाई के परिणाम जल्द ही निकलेंगे।

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सीबीआई के सेवानिवृत्त जज अवधेश नारायण द्विवेदी ने कहा कि जब प्रबुद्ध वर्ग से लेकर मजदूर वर्ग तक का आंदोलन में साथ हो जाएगा तो पृथक बुंदेलखंड राज्य बनने से कोई रोक नहीं पायेगा।

तेलंगाना कैबिनेट मंत्री प्रकाश राव ने भरी हुंकार

इस अवसर पर मुक्ति चक्र के संपादक गोपाल गोयल, प्रसिद्ध समाजसेवी राजा भैया यादव, बुंदेली नेता जयराम सिंह, योगेंद्र शुक्ला अनूप सिंह, राजा मनीष तिवारी, संतोष तिवारी लक्ष्मीकांत, सोनू महाराज, पंकज मिश्रा, आनंद राजपूत, सुशील खेवारिया, राजा महाराज, देवीदीन राजपूत, प्रवेश शुक्ला, कुलदीप सिंह, विष्णु त्रिपाठी, आनंद द्विवेदी, सार्थक पटेल, संदीप द्विवेदी, आदित्य मिश्रा, आकर्ष तिवारी, अमित शुक्ला, शुभम मिश्रा, सीताराम नायक, राजेंद्र वाल्मीकि, जगमोहन राजपूत, प्रशांत पांडे, प्रदीप अवस्थी आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। संचालन बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल मिश्रा ने तथा अध्यक्षता बुंदेलखंड किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विमल शर्मा ने की। इस दौरान बरसते पानी और ठिठुरन भरी सर्दी में भी 500 से अधिक बुंदेली महिला पुरुष बुंदेलखंड किसान यूनियन के कार्यकर्ता इस गोष्ठी में कई घंटे तक उपस्थित रहे।

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