उदयपुरा-खजुराहो रेल लाइन के विद्युतीकरण को रेलवे ने हरी झण्डी दी

उदयपुरा-खजुराहो रेल लाइन का पूरी तरह से विद्युतीकरण करने के प्रस्ताव को रेलवे ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए विभागीय कार्ययोजना..

उदयपुरा-खजुराहो रेल लाइन के विद्युतीकरण को रेलवे ने हरी झण्डी दी
विद्युत रेल लाइन : फाइल फोटो

उदयपुरा-खजुराहो रेल लाइन का पूरी तरह से विद्युतीकरण करने के प्रस्ताव को रेलवे ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए विभागीय कार्ययोजना बना कर शीघ्र तेजी से काम शुरू करके वर्ष 2022 तक इसे पूरा करने की समयसीमा तय की गई है।

ललितपुर से सिंगरौली रेल लाइन परियोजना के तहत उदयपुरा रेलवे स्टेशन से टीकमगढ़, छतरपुर और खजुराहो से होकर महोबा तक पूरी रेल लाइन का तेजी से विद्युतीकरण किया जाएगा। रेलवे ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है।

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अभी तक उदयपुरा रेलवे स्टेशन पर विद्युत आपूर्ति के लिए ट्रेक्शन सब स्टेशन कंट्रोल रूम तैयार कर लिया गया है। उससे पहले बिरारी रेलवे स्टेशन पर सेक्शन एंड पैरलिंग पोस्ट बनाया जा चुका है, इससे यहां से बिजली स्विचिंग एवं वोल्टेज कंट्रोल किया जाएगा। यह कार्य रेल कंस्ट्रक्शन विभाग झांसी के द्वारा किया गया है। 

उदयपुरा-खजुराहो रेल लाइन

रेलवे ने अब दूसरे चरण में उदयपुरा से खजुराहो एवं महोबा रेलवे स्टेशन तक पूरी तरह से विद्युतीकरण करने को मंजूरी दे दी है। रेलवे द्वारा 386 किमी लंबी रेलवे लाइन का विद्युतीकरण करने का कार्य शीघ्र ही शुरू किया जाएगा।

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इस रेलवे लाइन का विद्युतीकरण होने से जहां मालगाड़ियों की स्पीड बेहतर हो जाएगी, वहीं इस रेल रूट पर रेलवे द्वारा बजाज पावर प्लांट के लिए कोयला व अन्य संसाधन पहुंचाने के लिए मालगाड़ियां, खजुराहो एवं छतरपुर में पर्यटक स्थलों तक पर्यटकों के पहुंचने के लिए सुपर फास्ट व इंटरसिटी ट्रेनों का संचालन आसानी से किया जा सकेगा। अन्य ट्रेनों के चलने से इस रूट पर पर्यटकों की संख्या में भी काफी वृद्धि होगी।

उल्लेखनीय है कि ललितपुर-सिंगरौली रेल लाइन परियोजना के तहत ललितपुर से टीकमगढ़ तक 27 अप्रैल 2013 को डीजल इंजन से झांसी-टीकमगढ़ पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरु किया गया था।

इसके बाद ट्रेन को विस्तारित करके खजुराहो तक चलाया गया। फिर इस रेल लाइन के विकास के लिए ललितपुर से उदयपुरा तक रेल लाइन का विद्युतीकरण हो जाने के बाद अब उदयपुरा से छतरपुर होते हुए खजुराहो से महोबा तक रेल लाइन के विद्युतीकरण का काम जल्दी गति पकड़ जाने से इस अंचल में रेल सुविधाओं के विस्तारीकरण में आसानी हो सकेगी।

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