भूमि एवं जल संरक्षण समिति की हुई बैठक

डीएम अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई...

भूमि एवं जल संरक्षण समिति की हुई बैठक
बैठक में निर्देश देते डीएम अभिषेक आनन्द

खेत तालाब की प्रगति खराब होने पर निरीक्षक जिम्मेदार: डीएम
चित्रकूट। डीएम अभिषेक आनन्द की अध्यक्षता में जिला भूमि एवं जल संरक्षण समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।
 जिलाधिकारी ने भूमि संरक्षण अधिकारियों से कहा कि गत वर्षों के खेत तालाब जो अधूरे हैं उनकी सूची उपलब्ध कराएं। इस वर्ष जो खेत तालाब योजना का लक्ष्य प्राप्त हुआ है उसमें किसानों से रजिस्ट्रेशन कराकर कार्यों को कराया जाए।

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गत वर्ष जितने तालाबों की द्वितीय व तृतीय किश्त भेजना है उसकी प्रक्रिया कर ले। अगर धनराशि नहीं है तो शासन से पत्राचार कर मांग किया जाए। 15 जून के बाद फिर समीक्षा होगी। प्रत्येक दशा में कार्यों पर प्रगति चाहिए। उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी से कहा कि क्षेत्र में भ्रमण कर खेत तालाब योजना की फोटोग्राफ्स के साथ उपलब्ध कराएं। सभी भूमि संरक्षण अधिकारी भी क्षेत्र में भ्रमण कर कार्य में गति दें।

जिस इकाई की प्रगति खराब होगी तो संबंधित इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। खेत तालाब योजना का कार्य पूर्ण होने के बाद तृतीय किश्त जारी किया जाए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना के अंतर्गत जो नौ सौ हेक्टेयर भूमि पर कार्य किए हैं उसके फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराएं। इस कार्य को कराने से किसानों को अनाज की उपज में क्या फायदा हो रहा है उसका भी फीडबैक लेकर अवगत कराएं।

जिलाधिकारी ने सभी भूमि संरक्षण अधिकारियों से कहा कि खेत तालाब योजना में रजिस्ट्रेशन पर किसी भी तरह का दलाल नहीं होना चाहिए। सभी इकाइयों के इंस्पेक्टरो से रजिस्ट्रेशन के सत्यापन के बारे में जानकारी की। उन्होंने कहा कि खेत तालाब निर्माण में अगर कहीं से कोई शिकायत मिली तो संबंधित इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्यवाही होगी। कहा कि जिन गांव में भूमि सुधार के कार्य कराए गए हैं उन गांव में वृक्षारोपण भी कराया जाए।

उन्होंने कहा कि पीएमकेएसवाई डब्ल्यूडीसी के अंतर्गत जिन चयनित गांव में कार्य कराया जाना था अगर उन गांव में कोई समस्या है तो उसे छोड़कर दूसरे गांव का चयन किया जाए। अटल भूजल योजना के अंतर्गत रिज टू वैली सिद्धांत को अपनाते हुए वाटर शेड के आधार पर परियोजना का चयन कर कार्य कराया जाए। भूमि संरक्षण इकाई कर्वी द्वितीय में कंप्यूटर सेट एवं कंप्यूटर ऑपरेटर रखने के लिए जो शासन से गाइड लाइन दी गई है उसी के आधार पर वित्तीय नियमों के अनुसार जेम पोर्टल के माध्यम से कराया जाए।

बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी पीके त्रिपाठी, उप निदेशक कृषि राजकुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सुभाष चंद्र, जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ला, भूमि संरक्षण अधिकारी प्रथम हरिराज सिंह, द्वितीय विमलेश कुमार, चित्रकूट तुलसीराम, इंस्पेक्टर शशिकांत सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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