गंगा एक्सप्रेसवे भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा, निर्माण का इंतजार

जनपद वासियों के लिए गंगा एक्सप्रेसवे वरदान साबित होगा। एक्सप्रेसवे के लिए 76 हज़ार किसानों की जमीनें ली गयी हैं..

गंगा एक्सप्रेसवे भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा, निर्माण का इंतजार
गंगा एक्सप्रेसवे फाइल फोटो

जनपद वासियों के लिए गंगा एक्सप्रेसवे वरदान साबित होगा। एक्सप्रेसवे के लिए 76 हज़ार किसानों की जमीनें ली गयी हैं, जिससे जिले से 104 किलोमीटर लम्बा उक्त एक्सप्रेसवे गुजरेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए जिले में 76 गांव की 1314.970 हेक्टेयर के सापेक्ष 98 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण किया जा चुका है। अब जनपद वासियों को एक्सप्रेस-वे निर्माण शुरू होने का इंतजार है। डीएम रवींद्र कुमार ने बताया कि जिले में भूमि अधिग्रहण लगभग पूरा हो चुका है।

निबंधन विभाग की माने तो गंगा एक्सप्रेस-वे के बैनामे से विभाग को 60.94 करोड़ का राजस्व प्राप्त हो चुका है। यह राजस्व संबंधित भूमि अधिग्रहण के बाद हुए बैनामों से प्राप्त हुआ है। निबंधन विभाग को फरवरी माह में 34.97 लाख, मार्च माह में 12.92 करोड़, अप्रैल माह में 16.28 करोड़, मई माह 9.14 करोड़, जून माह में 13.10 करोड़, जुलाई माह में 4.06 करोड़, अगस्त माह 2.14 करोड़, सितंबर माह 2.59 करोड़ व अक्टूबर माह में 33.14 लाख की आय रजिस्ट्री विभाग को हुई है।

यह भी पढ़ें - दिल्ली में ओमिक्रॉन के 10 नए मरीज मिले, मचा हडकम्प

सहायक महानिरीक्षक निबंधन एके गुप्ता ने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे ने विभाग की आय बढ़ा दी गई है। एक्सप्रेस-वे जनपद के रास्ते होते हुए रायबरेली, प्रतापगढ़ होकर प्रयागराज जाएगा। इसका निर्माण मेरठ से शुरू होगा, जो विभिन्न जिलों में होते हुए हरदोई आएगा। फिर हरदोई से बांगरमऊ, सफीपुर, हसनगंज, सदर, पुरवा और बीघापुर तहसीलों के गांव से होते हुए सीधे रायबरेली जिले को जाएगा। बांगरमऊ तहसील के 11, सफीपुर के 20, हसनगंज के 7, सदर के 15, पुरवा के 4 और बीघापुर के 19 गांवों शामिल है।

गंगा एक्सप्रेसवे फाइल फोटो

बताते चलें कि गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से प्रयागराज के बीच बनेगा। इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर होगी। एक्सप्रेस-वे जिले में सबसे लंबा 104.800 किमी का होगा। जनपद से ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और कानपुर-लखनऊ राजमार्ग भी निकला है। इसके अलावा एलीवेटेड कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे अलग रूट से निकल रहा है। इस कारण गंगा एक्सप्रेस-वे तीनों को क्रॉस करेगा।

यह भी पढ़ें - नहर में गिरी कार, तीन भाइयों समेत चार की मौत

भूमि अध्याप्ति विभाग के अधिकारियों के मुताबिक एक्सप्रेस-वे हरदोई से जनपद की सीमा में प्रवेश करेगा। हरदोई और उन्नाव की सीमा के बीच में आगरा एक्सप्रेस-वे पड़ता है। इस कारण एक फ्लाईओवर वहीं पर बनाया जाएगा। कानपुर-लखनऊ हाईवे व एलीवेटेड एक्सप्रेस-वे पर दो जंक्शन बनाए जाएंगे। इसमें एक सोनिक और दूसरा नेवरना के पास बनेगा। जंक्शन से गंगा एक्सप्रेस-वे पर वाहन चढ़ सकेगे और बाहर से आते समय उतरने की व्यवस्था होगी।

गंगा एक्सप्रेसवे फाइल फोटो

सोनिक व नेवरना के पास जंक्शन बनने से जनपद के लोगों को मेरठ और प्रयागराज पहुंचने में आसानी हो जाएगी। मेरठ व प्रयागराज से आने वाले लोग जंक्शन से उतरकर लखनऊ व कानपुर पहुंच सकेंगे। अभी तक उन्नाव के लोगों को मेरठ व प्रयागराज पहुंचने के लिए दूसरे जनपदों से होकर आवागमन करना पड़ता है। जंक्शन बन जाने से यहीं से लोग गंगा एक्सप्रेसवे पर चढ़कर दोनों जनपदों का सफर आसानी से कर सकेंगे। उन्नाव में गंगा एक्सप्रेसवे पर दो जंक्शन और एक फ्लाईओवर प्रस्तावित है। इससे आम लोगों को काफी फायदा पहुंचेगा। जंक्शन से उन्नाव के लिए मेरठ व प्रयागराज की दूरी कम होगी। अन्य जिलों के लोगों के लिए लखनऊ व कानपुर पहुंचना आसान हो जाएगा।

यह भी पढ़ें - एलएचबी कोच से लैस होकर लखनऊ के रास्ते चलेगी पद्मावत एक्सप्रेस

हि.स

What's Your Reaction?

like
1
dislike
0
love
1
funny
0
angry
0
sad
0
wow
1