बारिश के साथ तेज हवाओं से बढ़ी शीतलहर, गलन बरकरार
हिमालय के आसपास पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के साथ बंगाल और अरब की खाड़ी से नम हवाएं आ रही हैं। इससे एक बार फिर मौसम..
कानपुर,
- तीन दिनों तक बदला रहेगा मौसम, होती रहेगी बारिश
हिमालय के आसपास पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के साथ बंगाल और अरब की खाड़ी से नम हवाएं आ रही हैं। इससे एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया और देर रात से बारिश होने लगी जो शनिवार को भी होती रही। बारिश के साथ तेज हवाओं से शीतलहर बढ़ गई और गलन बरकरार बनी हुई। मौसम विभाग का कहना है कि अभी तीन दिनों तक हल्के से मध्यम बारिश होती रहेगी।
यह भी पढ़ें - यूपी में 30 जनवरी तक सभी शैक्षिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने शनिवार को बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश के पूर्वी हिस्सों और उससे सटे उत्तराखंड पर है, जो उत्तर पश्चिमी हवाओं को मैदानी भागों में लाकर सर्दी बढ़ा रहा है।
इसके साथ ही बंगाल और अरब सागर से नम हवाएं लगातार आ रही हैं। इसी से देर रात शुरु हुई बारिश का सिलसिला शनिवार को बना रहा। आसमान में बादल छाये हुए हैं और आगामी तीन दिनों तक बारिश का क्रम बना रहेगा। लगातार बारिश के बीच तापमान में फिर गिरावट आने से गलन में इजाफा हो गया है। सर्द हवाओं और कड़ाके की ठंड ने ठिठुरन बढ़ा दी है।
यह भी पढ़ें - उप्र में हर दिन 30 लाख कोविड टीके की डोज दी जाए : मुख्यमंत्री योगी
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि शनिवार को अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस कम है। न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 95 फीसदी और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 79 फीसदी दर्ज की गई। हवा की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी रफ्तार 1.4 किमी प्रति घंटा रहीं और तीन मिमी बारिश हुई।
इस सप्ताह मध्य उत्तर प्रदेश के ब्लॉक एवं जिला स्तर पर आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 24 जनवरी तक गरज-चमक/ ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस सप्ताह ठण्ड/ शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा, अतः किसानों को सलाह दी जाती है कि वे सिंचाई, खरपतवार नाशी, कीटनाशी एवं रोग नाशी का छिड़काव रुककर करें।
यह भी पढ़ें - यूपी के नेताओं में ट्विटर पर योगी के फॉलोवर्स सबसे ज्यादा
हि.स