बाँदा में यूरो किड्स के माध्यम से नौनिहालों को मिलेगी विश्व स्तरीय सुविधायुक्त शिक्षा

इन दिनो शिक्षा के क्षेत्र मे लगातार नित नये प्रयास हो रहे है कि कैसे बच्चो को बिना अधिक बोझ डाले नये तरीके से खेल खेल मे शिक्षित किया..

बाँदा में यूरो किड्स के माध्यम से नौनिहालों को मिलेगी विश्व स्तरीय सुविधायुक्त शिक्षा

बाँदा, 

  • बच्चे खेलते हुये सीखेगे शिक्षा

इन दिनो शिक्षा के क्षेत्र मे लगातार नित नये प्रयास हो रहे है कि कैसे बच्चो को बिना अधिक बोझ डाले नये तरीके से खेल खेल मे शिक्षित किया जाये, इसके लिये कई विद्यालयों ने अपने अपने स्तर से सुधारात्मक पहल की, इन्ही मे एक नाम आता है यूरो किड्स, जिसने खेल खेल मे कैसे बच्चों को शिक्षित किया इस पर प्रयास किया है।

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आज यूरो किड्स के बुंदेलखंड के दूसरे और चित्रकूट मंडल के प्रथम सेंटर का शुभारम्भ एडीएम नमामी गंगे  एम पी सिंह, मुख्य विकास अधिकारी वेदप्रकाश और कृषि विश्वविद्यालय के डीन जी सी पवार द्वारा फीता काटकर किया गया । मुख्य अतिथि कृषि विश्व विद्यालय के डीन जी सी पवार जी, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या ने वृक्षारोपड कर कार्यक्रम की शुरूआत की। जिला क्रीडा अधिकारी शैलेंद्र सिंह, जिलि विद्यालय निरीक्षक उनके साथ सेंट जैवियर्स के डायरेक्टर नवल किशोर चौधरी, आर्यावर्त बैंक के रीजनल मैनेजर त्रिवेदी, गुरू राम राय पब्लिक स्कूल के प्राचार्य और भागवत प्रसाद से राम लखन कुशवाहा अंकित कुशवाहा और संध्या कुशवाहा ने भी सहभागिता की।

भागवत प्रसाद मेमोरियल के प्राचार्य राजेंद्र सिंह ने सभी अतिथियो का बैच अलंकरण कर उनका माल्यार्पण किया। मुख्य विकास अधिकार वेदप्रकाश ने बताया कि जन्म के समय सभी बच्चे एक ही प्रकार के होते एक ही प्रकार की शैतानियां ए तोडफोड आदि करते हैं परंतु उन्ही मे से कुछ किसान कुछ अधिकारी कुछ व्यवसायी बनते और यह सब उनकी शिक्षा के असर से होता है अतः बचपन की शिक्षा बहुत मायने रखती है। आये हुये अतिथियों ने दीप प्रज्जवलन कर माँ सरस्वती की वंदना की।

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    सेंट जैवियर्स स्कूल के डायरेक्टर नवल किशोर चौधरी ने बच्चों की शिक्षा पर अपने विचार रखे, वहीं कन्जूयमर फोरम बाँदा के सदस्य अनिल चर्तुवेदी, व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज जैन, अमित सेठ बचपन प्ले ग्रुप से आये विप्रांश और प्रवीण ने भी यूरो किड्स के पढाने की तकनीक की प्रसंशा की। अध्यापक गण श्रीमती आरती सिंह, निदा मेहरून्निसा और अंशिका त्रिपाठी द्वारा कार्यक्रम को अच्छे से संचालित किया गया, निदा और नेहरू निशा के द्वारा नर्सरी और प्ले ग्रुप के क्लासों का भ्रमण कराते हुए यूरोकिड्स की पाठ्यक्रम के बारे में सभी अतिथियों को और गार्जियंस को बताया।

    यूरोकिड्स बांदा के उद्घाटन में तीनों विद्यालय भागवत प्रसाद मेमोरियल इंटर कॉलेज भागवत प्रसाद मेमोरियल एकेडमी यूरोकिड्स फ्रेंचाइजी का साझा योगदान रहा । कार्यक्रम का संचालन सौम्या श्रीवास्तव के द्वारा किया गया।

    • क्या है यूरो किड्स

    यूरो किड्स ने छोटे बच्चों को खेल खेल मे शिक्षित करने का प्रयास किया है ए जैसे बच्चों को टच थैरेपी द्वारा वस्तु का आभास कराना जिसमे अगर बात । की की जाये तो । का आकार कैसा है बच्चे को छूकर एहसास कराया जाये कि । की आकृति कैसी होती है जिससे वो पूरे जीवन भर याद रखेगा । इसी प्रकार से उसे यदि लायन होता है तो उसे चित्र मे शेर की उभरी हुयी आकृति द्वारा एहसास कराया जायेगा कि शेर कैसा दिखता है।

    इस प्रकार से शिक्षित करने पर बच्चों के मसतिष्क पर सीधे प्रभाव पडता है जिसे बच्चा आसानी से सारी जिंदगी याद रख सकता है।

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