चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बोर्ड की हुई बैठक

जिलाधिकारी, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में बुधवार को चित्रकूट विशेष क्षेत्र...

चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बोर्ड की हुई बैठक

विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बैठक में हुआ महायोजना पर मंथन

चित्रकूट। जिलाधिकारी, विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में बुधवार को चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की बोर्ड की बैठक कलेक्टरेट सभागार में हुई। बैठक में गत बैठक की कार्यवृत्तियों की अनुपालन आख्या पर समिति के सदस्यों द्वारा चर्चा की गई।

जिलाधिकारी ने कहा कि शासन स्तर पर महायोजनाओं की स्वीकृति के लिए गठित शासकीय समिति के अनुपालन में चित्रकूट धाम कर्वी महा योजना 2031 को जीआईएस आधारित डिजिटाइजेशन कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण परिषद की पूर्व बैठक में निर्देश के अनुपालन में चित्रकूट धाम कर्वी महा योजना में 17 स्थानों पर विभिन्न भू उपयोग प्रदर्शित होने के कारण इन भू उपयोगों के सम्बन्ध में समस्त शासकीय अधिशासकीय और गैर शासकीय व स्वायत्तशासी कार्यालय एवं नगर के समस्त आम जनमानस से कोई आपत्ति एवं सुझाव प्राप्त नहीं हुए हैं। प्राधिकरण परिषद की बैठक में चित्रकूट धाम कर्वी महा योजना 2031 को स्वीकृति प्रदान किये जाने का प्रस्ताव है, जिससे की प्राधिकरण परिषद की स्वीकृति के बाद महा योजना शासन स्तर पर गठित शासकीय समिति के समक्ष प्रस्तुतीकरण के लिए प्रेषित किए जाने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत एवं प्रभागीय वनाधिकारी, अधिशासी अधिकारी कर्वी को निर्देशित किया कि अगर कोई आपत्ति है तो सुझाव ले लिया जाए।

जिलाधिकारी ने कहा कि चित्रकूट को भारत सरकार की अमृत 2.0 योजना के अंतर्गत चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि चयनित नगरों के एरिया ऑफ इन्टरेस्ट का आगणन नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग झांसी द्वारा किया गया है। जिसके अनुसार चित्रकूट विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण का एरिया आप इंन्टरेस्ट 183 वर्ग किमी है। एरिया आप इंन्टरेस्ट 100 वर्ग किमी से अधिक होने की दशा में अतिरिक्त वित्तीय भार सम्बन्धित अभिकरण द्वारा 18000 रूपए प्रति वर्ग किमी की दर से वहन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि संभागीय नियोजन खंड झांसी द्वारा तैयार किए गए एरिया आप इंन्टरेस्ट एवं अतिरिक्त वित्तीय व्ययभार वहन किए जाने की स्वीकृति प्रदान किए जाने का प्रस्ताव प्राधिकरण परिषद की समक्ष प्रस्तुत है। इस सम्बन्ध में विस्तृत विवरण सहयुक्त नियोजन नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग संभागीय नियोजन खंड झांसी द्वारा परिषद के समोच्च प्रस्तुत किया जाएगा।

आवास एवं शहरी नियोजन द्वारा जनपद में सुख सुविधा के लिए एवं पर्यटन को बढावा देने के लिए होटल निर्माण में कमरों की संख्या एवं क्षेत्रफल, पहुंच मार्ग की चौडाई सेट बैंक एवं भू अक्षादन, भवन की ऊंचाई, पार्किंग आदि में कतीपय पर संशोधन किए गए हैं। उन्होंने कहा कि शासन से यह भी निर्देश प्राप्त है कि इन संशोधनों को अपने बोर्ड से अनुमोदनों के बाद अंगीकार करते हुए अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। इस क्रम में इन संशोधनों का अनुमोदन किये जाने के लिए प्राधिकरण परिषद के समक्ष प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।   

श्यामा प्रसाद मुखर्जी रुर्बन मिशन योजना के अंतर्गत सोनपुर में निर्मित ऑडिटोरियम मल्टीपरपज परिसर के हस्तांतरण के सम्बन्ध में भी विचार किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि मल्टीपरपज परिसर के संचालन के लिए एक संकलन समिति बनाकर सेवा प्रदाता के  माध्यम से इसका संचालन कराया जाए।

इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व उमेश चंद्र निगम, संयुक्त नियोजन झांसी रविंद्र कुमार गौतम, अतिशासी अभियंता विद्युत दीपक सिंह, अपर प्रभागीय वना अधिकारी राजीव रंजन सिंह, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत सुधीर कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम आशीष भारती, अधिशासी अधिकारी कर्वी लालजीत यादव, वरिष्ठ सहायक शैलेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

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