बुंदेलखंड में पिछला इतिहास दोहराने में विफल रही भाजपा, 19 में 16 सीटें मिली
2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए बुंदेलखंड की सभी सीटें जीत कर इतिहास रच दिया था..
![बुंदेलखंड में पिछला इतिहास दोहराने में विफल रही भाजपा, 19 में 16 सीटें मिली](https://bundelkhandnews.com/uploads/images/2022/01/image_750x_61f38fbeafdb7.jpg)
बांदा,
2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए बुंदेलखंड की सभी सीटें जीत कर इतिहास रच दिया था, लेकिन इस बार के चुनाव में भाजपा इतिहास दोहराने में विफल रही है। उसे 19 में से 16 सीटें मिली हैं। जबकि कड़े मुकाबले के बाद सपा ने 3 सीटें जीत कर भाजपा को चुनौती दी है। वही बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस साफ हो गई है। दोनों का बुंदेलखंड में खाता तक नहीं खुला है। इस बार बीजेपी को सबसे बड़ा झटका चित्रकूट सदर सीट पर लगा है,जहां उनके कद्दावर नेता और सरकार में मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को सपा के अनिल प्रधान ने हराकर राजनीतिक खेमे में हलचल मचा दी है।
यह भी पढ़ें - अब बुलडोजर के निशाने पर बुंदेलखंड के माफिया
बांदा जनपद की 4 विधानसभा सीटों में भाजपा और सपा के बीच कड़ा मुकाबला हुआ। मुकाबले के बाद 3 सीटों पर कमल खिला और एक सीट पर साइकिल दौड़ी। परिणाम स्वरूप भाजपा की झोली में 3 सीटें आई जबकि सपा को एक सीट पर संतोष करना पड़ा। बांदा सदर सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और विधायक प्रकाश द्विवेदी एक बार फिर जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सपा की मंजुला सिंह को 15214 मतो के अंतर से हराया। प्रकाश द्विवेदी को 81557 वोट मिले। जबकि से सपा प्रत्याशी को 66343 वोट मिले हैं। इसी तरह तिन्दवारी विधानसभा सीट भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामकेश निषाद ने जीती है।
उन्होंने 86812 मत हासिल किए उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंदी रहे सपा के बृजेश प्रजापति को 28425 मतों के अंतर से हराया। बृजेश प्रजापति 58357 वोट मिले इसी तरह नरैनी विधानसभा में नगर पंचायत अध्यक्ष एवं ओममणि वर्मा कमल खिलाने में कामयाब रही वह पहली महिला है। जिन्हें जनपद में विधायक बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। ओम मणि वर्मा को 83263 वोट मिले जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी किरण वर्मा को 70544 वोट मिले 6719 मतों के अंतर से पराजित किया। उधर बबेरू विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी के विशंभर सिंह यादव ने भाजपा से छीन ली है। उन्होंने भाजपा के अजय सिंह को 7393 मतों के अंतर से हराया सपा प्रत्याशी को 79600 वोट मिले बीजेपी प्रत्याशी को 72221 वोट मिले हैं।
यह भी पढ़ें - प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का मेगा रोड शो, दुल्हन की तरह सजी काशी
झांसी में इस बार सदर सीट से भाजपा के रवि शर्मा को 148262 और सपा के सीताराम कुशवाहा को 71909 मत प्राप्त हुए। रवि 76353 वोटों से जीते। बबीना से भाजपा के राजीव सिंह पारीछा को 118343 और सपा के यशपाल सिंह यादव को 73814 वोट मिले। राजीव 44529 मतों से जीते। गरौठा विधानसभा सीट से जवाहर लाल राजपूत को 114059 और सपा के दीपनारायण सिंह यादव को 80397 वोट मिले। जवाहर ने 33662 वोटों से जीत दर्ज की। आंकड़ों से स्पष्ट है कि जीत की हैट्रिक लगाने वाले रवि की पिछली बार से भी बड़ी जीत हुई है। झांसी जिले में उनकी जीत का अंतर सबसे ज्यादा है। जबकि, जवाहर ने पिछली बार से दोगुने तो राजीव ने ढाई गुने से ज्यादा अंतर से जीत दर्ज की है।
उरई विधानसभा में शुरुआत से ही भाजपा प्रत्याशी गौरीशंकर और सपा के प्रत्याशी दयाशंकर के बीच मुकाबले के साथ हुई। शुरुआती दो राउंडों से सात सौ वोटों की बढ़त का सिलसिला अंतर तक बढ़ता गया। अंत में गौरीशंकर वर्मा ने सपा के दयाशंकर वर्मा को 37648 वोट से हराकर जीत दर्ज की है। वहीं माधौगढ़ में शुरुआत के दो राउंडों में लगभग चार सौ वोटों से बसपा की शीतल कुशवाहा आगे रहीं। पर तीसरे राउंड से भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा विधायक मूलचंद्र निरंजन की रफ्तार बढ़ी जो लगातार बढ़ती चली गई। उन्होंने 34974 वोटों से जीत दर्ज की।कालपी में शुरुआत से ही मामला त्रिकोणीय रहा। शुरुआती राउंड से हर भाजपा और निषाद पार्टी गठबंधन, सपा और बसपा के प्रत्याशी आगे-पीछे होते रहे। अंत में 34वें राउंड में सपा के विनोद चतुर्वेदी ने भाजपा निषाद पार्टी गठबंधन के छोटे सिंह को 2321 वोटों से पीछे कर अपनी जीत सुनिश्चित कर ली।
यह भी पढ़ें - पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे बुनकरों के लिए बनायेंगे बाजार : अखिलेश यादव
चित्रकूट में मानिकपुर सीट से भाजपा गठबंधन से अपना दल एस प्रत्याशी अविनाश चंद्र द्विवेदी उर्फ लल्ली महाराज ने सपा प्रत्याशी व पूर्व विधायक वीर सिंह पटेल को एक हजार 48 मतों से हरा दिया। इस सीट पर लड़ाई काफी रोमांचक रही। यहां बसपा के बलवीर पाल तीसरे व कांग्रेस की रंजना पांडेय चौथे नंबर पर रहीं। वहीं सदर सीट से सपा प्रत्याशी अनिल प्रधान पटेल ने भाजपा प्रत्याशी चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को 20 हजार 876 वोटों से हराकर राजनीतिक खेमे में हलचल मचा दी है।
महोबा से भाजपा प्रत्याशी राकेश गोस्वामी ने अपने प्रतिद्वंद्वी सपा के मनोज तिवारी को 43,399 मतों से हराया।भाजपा प्रत्याशी को 93,997 मत मिले। चरखारी सीट से भाजपा के प्रत्याशी बृजभूषण राजपूत ने सपा के रामजीवन यादव को 41,881 मतों से हराकर जीत दर्ज की। भाजपा ने इस विधानसभा चुनाव में दोनों सीटों पर सिटिंग विधायकों को टिकट दिया था।
यह भी पढ़ें - बांदा में चारों विधानसभा सीटों के लिए इस तरह से होगी मतगणना
हमीरपुर सदर सीट पर पहले राउंड में भाजपा प्रत्याशी डा.मनोज प्रजापति ने बढ़त बना ली। जो अंतिम चरण तक कायम रही। एक लाख 5 हजार 432 वोट पाकर विजयी घोषित किए गए, जबकि सपा प्रत्याशी रामप्रकाश प्रजापति 79 हजार 947 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे। वहीं बसपा प्रत्याशी रामफूल निषाद को 47 हजार 299 वोट मिले। वहीं कांग्रेस की राजकुमारी चंदेल को 16 हजार 437 मत पर ही संतोष करना पड़ा।भाजपा मनोज प्रजापति ने 25 हजार 485 मतों के अंतर से विजयी रहे। राठ (सुरक्षित) विधानसभा सीट पर इस बार भी भाजपा की आंधी चली। प्रत्याशी मनीषा अनुरागी को कुल एक लाख 39 हजार 373 वोट मिले। जबकि सपा प्रत्याशी चंद्रकांती वर्मा को 77 हजार 394 मत ही मिल सके। भाजपा प्रत्याशी ने 61 हजार 979 मतों के अंतर से जीत दर्ज की।
ललितपुर में मतदाताओं ने भाजपा को बड़ी जीत दिलाई। सदर विधानसभा सीट पर भाजपा के रामरतन ने 176550 मत पाकर जहां इतिहास रच दिया, तो महरौनी में राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ ने 184778 मत पाकर पुराना रिकार्ड दोहराया। सदर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी रामरतन कुशवाहा पहले ही राउंड में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी सपा के रमेश कुशवाहा से 2100 मतों से आगे हो गए। इसके बाद हर राउंड में भाजपा का ग्राफ बढ़ता ही गया। 35 राउंड तक भाजपा का सपा के रमेश कुशवाहा पीछा करते रहे, लेकिन 36वें राउंड में बसपा के चंद्रभूषण सिंह गुड्डू राजा का ग्राफ बढ़ना शुरू हो गया। अंतिम 42 वें चक्र में भाजपा के रामरतन ने बसपा के चंद्र भूषण सिंह गुड्डू राजा को 1,07,215 मतों से पराजित कर दिया। उधर, महरौनी विधानसभा क्षेत्र में प्रदेश के राज्यमंत्री मनोहर लाल पंथ ने पहले ही राउंड में बढ़त बनानी शुरू कर दी। इस बाद उनका ग्राफ लगातार बढ़ता ही गया। पहले राउंड से ही सपा के रामविलास रजक को पीछे कर दिया, लेकिन नवें राउंड में बसपा से उनका मुकाबला शुरू हुआ। लेकिन मतों के अंतर ने बसपा को आगे नहीं आने दिया। घड़ी की सुई की तरह भाजपा का ग्राफ लगातार बढ़ता गया। अंतिम 41वें राउंड में 1,84,778 मत पाकर मनोहर लाल पंथ ने अपना ही पुराना रिकार्ड तोड़ दिया। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा की किरन खटीक को 1,10,451 मतों से करारी शिकस्त दी।
यह भी पढ़ें - वाराणसी में सपा गठबंधन ने किया शक्ति प्रदर्शन
What's Your Reaction?
![like](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/like.png)
![dislike](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/dislike.png)
![love](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/love.png)
![funny](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/funny.png)
![angry](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/angry.png)
![sad](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/sad.png)
![wow](https://bundelkhandnews.com/assets/img/reactions/wow.png)