यूपी में होम स्टे नीति-2025 का दिखने लगा असर, 743 भवन स्वामियों ने कराया पंजीकरण

उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा हाल ही में लागू की गई ब्रेड एंड ब्रेकफास्ट तथा होम स्टे नीति-2025 के उत्साहजनक...

Jul 3, 2025 - 16:42
Jul 3, 2025 - 16:47
 0  130
यूपी में होम स्टे नीति-2025 का दिखने लगा असर, 743 भवन स्वामियों ने कराया पंजीकरण

पर्यटन, रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रहा बल : पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा हाल ही में लागू की गई ब्रेड एंड ब्रेकफास्ट तथा होम स्टे नीति-2025 के उत्साहजनक परिणाम सामने आने लगे हैं। इस नीति के तहत अब तक प्रदेशभर में 743 होम स्टे इकाइयां तथा 30 एग्रो फार्म स्टे इकाइयों का पंजीकरण हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को प्रोत्साहन मिलने से आय और रोजगार के नए साधन भी विकसित हो रहे हैं।

प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह नीति न केवल राज्य में स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान और स्थानीय जीवनशैली को पर्यटन से जोड़ने का कार्य भी कर रही है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में अब तक पर्यटन गतिविधियां सीमित थीं, वहां भी अब स्थानीय लोगों में पर्यटकों को अपने घरों में ठहराने को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।

बाँदा : सरकारी स्कूलों को बंद करने के विरोध में कांग्रेस का प्रदर्शन, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

महाकुंभ-2025 में निभाई अहम भूमिका
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ-2025 के दौरान 66 करोड़ श्रद्धालुओं की मेज़बानी में होम स्टे इकाइयों ने अहम भूमिका निभाई थी। प्रयागराज के साथ ही घूरपुर, श्रृंगवेरपुर और गढ़ा कटरा जैसे क्षेत्रों में होमस्टे अब पर्यटन के नए केंद्र बनकर उभरे हैं।

पर्यटक होटलों की बजाय स्थानीय अनुभवों को दे रहे प्राथमिकता
पर्यटन मंत्री ने कहा कि बदलते समय में पर्यटकों की प्राथमिकताएं भी बदली हैं। अब वे पारंपरिक होटलों के बजाय स्थानीय संस्कृति, खानपान और जीवनशैली से जुड़ने वाले होम स्टे को प्राथमिकता दे रहे हैं। इससे पर्यटन अनुभव तो बेहतर हो ही रहा है, साथ ही राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बल मिल रहा है।

प्रमुख धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थलों पर बढ़े होम स्टे
होम स्टे नीति-2025 के तहत आगरा, मथुरा, वृंदावन और प्रयागराज जैसे पर्यटन स्थलों पर पंजीकृत इकाइयों की संख्या में विशेष वृद्धि हुई है। मथुरा के जैत गांव, जो तुलसी की माला के हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है, वहां भी सांस्कृतिक अनुभवों से जुड़े होमस्टे और फार्म स्टे पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।

यह भी पढ़े : जालौन : नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म की कोशिश, जान बचाने के लिए एक ने छत से लगाई छलांग

पर्यटन और अर्थव्यवस्था को मिलेगी रफ्तार
जयवीर सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 में उत्तर प्रदेश में 64.90 करोड़ पर्यटकों ने विभिन्न स्थलों का भ्रमण किया था। बढ़ती पर्यटक संख्या के मद्देनजर राज्य में आवासीय सुविधा की मांग भी बढ़ रही है। ब्रेड एंड ब्रेकफास्ट एवं होम स्टे नीति-2025 इस आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

उन्होंने कहा कि यह पहल उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने की दिशा में भी उपयोगी साबित होगी। नीति न सिर्फ पर्यटकों को सस्ती और आरामदायक सुविधा दे रही है, बल्कि सेवा की गुणवत्ता और पर्यटन के स्तर को भी ऊंचा उठा रही है।

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0