खस्ताहाल स्टेडियम को दुरुस्त करने, निर्माण कार्यों की जांच को, विधायक प्रकाश ने डीएम को लिखी चिट्ठी

बांदा के सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एक तरफ अभिवावक हित सर्वाेपरी मानते हुए उनके नौनिहालों की सुरक्षा के प्रति जागरूक..

Apr 13, 2022 - 08:39
Apr 13, 2022 - 08:40
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खस्ताहाल स्टेडियम को दुरुस्त करने, निर्माण कार्यों की जांच को, विधायक प्रकाश ने डीएम को लिखी चिट्ठी
सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी (Sadar MLA Prakash Dwivedi)

बांदा के सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एक तरफ अभिवावक हित सर्वाेपरी मानते हुए उनके नौनिहालों की सुरक्षा के प्रति जागरूक हो प्रशासन को जरूरी कदम उठाने को कहा है। वहीं दूसरी ओर बांदा शहर के खिलाड़ियों और सुबह शाम जिला स्टेडियम टहलने वाले आम लोगो को हो रही दैनिक परेशानियों पर 13 सूत्रीय मांग पत्र बांदा के जिलाधिकारी अनुराग पटेल को लिखकर कहा है कि वर्ष 2018 से लेकर मार्च 2022 तक जो भी निर्माण कार्य कराए गए है, और जो धनराशि खर्च हुई है,उसकी मानक, गुणवत्ता और उपयोगिता की जांच एक कमेटी गठित करके कराई जाए।

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पत्र में लिखा है कि वर्तमान में स्टेडियम की रोड, बालीबाल कोर्ट, कबड्डी, जिम, मॉर्निंग वॉक के लिए बने ट्रैक की हालत खस्ताहाल है। जिससे प्रतिदिन स्टेडियम आने वाले बुद्धिजीवी, वरिष्ठ पत्रकार, अधिवक्ता, डॉक्टर और खेल प्रेमियों को असुविधा हो रही है। सुबह शाम रोड के खराब होने और रोशनी का उचित प्रबंध न होने के कारण इस रोड में अराजक तत्वों कभी जमावड़ा लगा रहता है। सदर विधायक श्री द्विवेदी ने कलेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि जिला स्टेडियम में बंद स्विमिंग पूल को चालू कराया जाए साथ ही लड़कियों को सिखाने के लिए महिला कोच की भी तैनाती की जाय।  इसके अलावा कबड्डी, बैडमिंटन, हॉकी, बालीबाल के लिए जो लड़कियां रुचि रखती हैं उन्हें भी महिला कोच के माध्यम से सुरक्षित माहौल में प्रशिक्षित किया जाए।

बांदा विधायक ने अपने पत्र की एक प्रति उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को और आयुक्त चित्रकूट धाम मंडल बांदा को भेजते हुए ध्यान आकृष्ट कराया है कि बैडमिंटन की कोर्ट में अधूरे पड़े हुए काम को शीघ्र पूरा करने के लिए सक्षम अधिकारी को निर्देश जारी किए जाए।  बंद पड़े मूत्रालय को  तत्काल प्रभाव से चालू कराया जाए।विधायक ने अपने पत्र में कहा कि निजी स्कूलों को भी चाहिए कि वे अपने विद्यालय में बच्चों की रुचि के अनुसार इंडोर और आउट डोर कोर्ट मानक के अनुसार विकसित करे और स्पोर्ट्स टीचर की भर्ती अनिवार्य रूप से करते हुए बच्चो को खेल के रुचि पैदा कर उनमें एक नई ऊर्जा भरी जाए।

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